राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन पहुंची अजमेर

वंदे भारत टे्रन
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मेंटेनेंस के बाद शुरू होगा ट्रायल, तीन-चार दिन टेस्ट होगी स्पीड

अजमेर। राजस्थान में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन शनिवार सुबह 7 बजे अजमेर के मदार स्टेशन पहुंच गई है। यह चेन्नई से वाया चंदेरिया होते हुए अजमेर पहुंची। अब यहां मदार स्टेशन पर ट्रेन का मेंटेनेंस होगा। स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। यहां ट्रेन में कई इंस्ट्रूमेंट लगाए जाएंगे। ट्रेन की पिट लाइन में कई बदलाव किए जा रहे हैं। ट्रेन के एसी, लाइट, पंखों व मोटर्स की जांच की जाएगी।

इसके बाद अजमेर से दिल्ली के बीच ट्रायल होंगे। इस दौरान स्पीड की जांच की जाएगी। माना जा रहा है कि ट्रायल तीन से चार दिन तक चलेगा। ट्रायल में हेडक्वार्टर्स का स्टाफ मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व अन्य स्टाफ साथ होगा। सीनियर डीसीएम विवेक रावत ने बताया- वंदे भारत का मदार स्टेशन पर मेंटनेंस किया जाएगा। इसके बाद लगातार ट्रायल होंगे। ट्रायल के दौरान जो कमी रहेगी, उसे पूरी किया जाएगा। मेंटेनेंस व ट्रायल के बाद इसे सुचारू रूप से चलाया जाएगा।

दिल्ली से अजमेर के बीच होगा ट्रायल

वंदे भारत टे्रन
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रेलवे की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार, वंदे भारत का ट्रायल दिल्ली से जयपुर होते हुए अजमेर तक होगा। करीब हफ्तेभर ट्रायल के दौरान 72 की स्पीड से ट्रेन चलेगी। वंदे भारत दिल्ली से शाम 6 बजकर 10 मिनट पर चलेगी। पहला ठहराव गुरुग्राम 6.45 पर होगा। रेवाड़ी जंक्शन पर शाम 7 बजकर 35 मिनट पर पहुंचेंगे। अलवर में भी इसका दो मिनट का ठहराव दिया गया है। यहां रात 8 बजकर 25 मिनट पर यह ट्रेन पहुंचेगी। रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर जयपुर पहुंचेगी। अजमेर पहुंचने का समय इस ट्रेन का रात 12 बजकर 15 मिनट है। 442 किलोमीटर का सफर 6 घंटे 5 मिनट में पूरा होगा। इसी तरह ये ट्रेन सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर अजमेर से रवाना होगी। जयपुर सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर पहुंचेगी। जयपुर में 5 मिनट का स्टॉपेज है। सुबह 8 बजे यहां से रवाना होने के बाद 9 बजकर 41 मिनट पर अलवर, 10.48 मिनट पर रेवाड़ी, 11 बजकर 25 मिनट पर गुरुग्राम और दोपहर 12.15 बजे दिल्ली पहुंचेगी।

धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी स्पीड

उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ शशि किरण ने बताया कि शुरुआत में ट्रायल के दौरान ट्रेन की स्पीड कम रहेगी। जयपुर पहुंचने में करीब 4 घंटे का समय लगेगा। धीरे-धीरे ट्रेन की स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ा दी जाएगी। इसके बाद जयपुर आने में भी डेढ़ से दो घंटे का समय लगेगा। अभी दिल्ली तक जाने में शताब्दी से 4.45 घंटे लगते हैं। वंदे भारत सिर्फ 1.45 घंटे में पहुंचा देगी।

सप्ताह में 6 दिन चलेगी ट्रेन, लंच में दाल-बाटी

वंदे भारत टे्रन
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रेलवे की ओर से जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार दिल्ली से अजमेर के बीच ये ट्रेन सप्ताह में 6 दिन ही चलेगी। सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार। जबकि हर सप्ताह बुधवार के दिन मेंटेनेंस के चलते इसका संचालन नहीं किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार वंदे भारत में दिए जाने वाले ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर को लेकर मेन्यू तैयार हो चुका है।

16 डिब्बे, 1196 यात्री कर सकेंगे सफर

वंदे भारत टे्रन
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वंदे भारत में 16 पैसेंजर कार हैं, जिसमें कुल 1,196 यात्री सफर कर सकेंगे। एक पैसेंजर कार में सिटिंग अरेंजमेंट 3X2 रहेगा और 78 सीटें होंगी। ट्रेन के बीच में दो बोगी एग्जीक्यूटिव क्लास की रहेंगी, जिसमें सिटिंग अरेंजमेंट 2X2 का होगा और 52-52 यात्री सफर कर सकेंगे।

कितना होगा किराया?

इसमें दो तरह के कोच होंगे। एक एग्जीक्यूटिव श्रेणी और दूसरी चेयर कार। अभी दिल्ली से वाराणसी चल रही वंदे भारत ट्रेन के चेयर कार का किराया करीब 1800 और एग्जीक्यूटिव कोच का 3 हजार रुपए से ज्यादा है। इसमें 1120 रुपए बेस फेयर, 40 रुपए रिजर्वेशन चार्ज, 45 रुपए सुपर फास्ट चार्ज जोड़ा गया है। इसके अलावा 61 रुपए त्रस्ञ्ज के देने होंगे और कैटरिंग चार्ज के 364 रुपए है। वंदे भारत एक्?सप्रेस ट्रेन के किराये में आईआरसीटीसी का कैटरिंग चार्ज शामिल होगा, हालांकि यात्रियों को भोजन न लेने का विकल्प नहीं दिया जाएगा। जयपुर से दिल्ली का किराया लगभग तय हो चुका है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि चेयर कार का किराया न्यूनतम 800 रुपए और एग्जीक्यूटिव का 1800 रुपए तक हो सकता है। इसमें रिजर्वेशन, सुपरफास्ट, जीएसटी और कैटरिंग चार्ज शामिल है।

इस तरह से होंगे कोचचेयर

विस्टाडोम कोच को भी इसमें शामिल किया जाएगा। चेयर रिवॉल्विंग होगी यानी जिस दिशा में ट्रेन चल रही होगी उसी दिशा में आप अपनी चेयर को घुमा सकेंगे। यह चेयर 180 डिग्री घूम सकेगी।

ऑटोमेटिक स्लाइड डोर

वंदे भारत टे्रन
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मेट्रो की तरह डोर ऑटोमेटिक होंगे। स्टेशन आने पर खुलेंगे और बंद हो जाएंगे। खुलने से पहले बीप बजेगी और बंद होने से पहले भी ताकि उतरने चढऩे वाले अलर्ट हो जाए।

एसी कोच

ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशनर होगी। मेट्रो की तरह ट्रेन में सेंट्रल ऐसी होगा जो पूरी ट्रेन के टेंपरेचर को मेंटेन रखेगा।

टेम्परेचर कंट्रोलर

हर कोच में टेंपरेचर को कंट्रोल करने के लिए कंट्रोल बटन होगा। इसके साथ ही अपनी सीट के पास कूलिंग को कंट्रोल करने के लिए स्विच होगा।

डिस्प्ले बोर्ड

हर कोच में डिस्प्ले बोर्ड होगा। जैसे ही नेक्स्ट स्टेशन आएगा इसमें अनाउंसमेंट किया जाएगा। डिस्प्ले बोर्ड पर इमरजेंसी नंबर व जरूरी इन्फोर्मेशन भी डिस्प्ले होगी। इसके साथ अनाउंसमेंट स्पीकर भी होंगे।

मिनी पेंट्री

यात्रियों के लिए ट्रेन में नाश्ते की व्यवस्था होगी। फ्लाइट की तरह एग्जीक्यूटिव क्लास के टिकट में ही पैंट्री व फूड का रेट शामिल होगा।

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