राजेंद्र राठौड़ का अशोक गहलोत पर पलटवार, कसा तंज

राजेंद्र राठौड़
राजेंद्र राठौड़

जयपुर। राजस्थान में पंचायत व निकायों के पुनर्गठन को लेकर सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लगाए गए आरोपों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को जोरदार पलटवार किया। भाजपा कार्यालय में शुक्रवार काे मीडिया से बात करते हुए राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत अपनी सरकार के दौरान हुए पुनर्गठन का ही सपना देख रहे हैं और वर्तमान सरकार पर लगाए गए उनके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। राठौड़ ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार पूरी निष्पक्षता और तय मापदंडों के आधार पर पुनर्गठन का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार नीति बनाकर निर्णय लेती है, ना कि कांग्रेस की तरह बिना किसी स्पष्ट दिशा के।”

जातिगत जनगणना पर कांग्रेस के बयान को लेकर भी राठौड़ ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 11 वर्षों से हर समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। जातिगत जनगणना का निर्णय भी इसी उद्देश्य से लिया गया है। कांग्रेस अब इस फैसले का श्रेय लेकर “मियां मिट्ठू” बनने की कोशिश कर रही है। राठौड़ ने कहा कि यह सामाजिक न्याय का एक नया अध्याय है, जिससे वंचित वर्गों को आगे आने का अवसर मिलेगा। यह फैसला समाज के लिए एक मजबूत और दूरगामी कदम है।”

पुनर्गठन पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के शासन में पुनर्गठन के नाम पर बड़ा खेल हुआ था। उन्होंने बताया कि एक ही निकाय क्षेत्र में कहीं पर 10,000 मतदाताओं का वार्ड बना दिया गया तो कहीं सिर्फ 1,000 मतदाताओं का। आज भी ऐसे असंतुलित वार्ड मौजूद हैं। हमारी सरकार हर निर्णय मापदंडों के आधार पर ले रही है। राठौड़ ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश की आर्थिक स्थिति, आधारभूत संरचना और जवाबदेही व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “राजस्थान की जीडीपी तेज़ी से बढ़ रही है और सरकार के मजबूत निर्णयों का असर जमीन पर दिख रहा है।”