प्रभारी मंत्री से बोले राठौड़- चूरू में रीट एग्जाम, लेकिन कई केंद्रों के आगे और रास्तों में पानी भरा है, केंद्रों पर कैसे पहुंचेंगे परीक्षार्थी

चूरू। दो अक्टूबर से प्रशासन गांव एवं शहर के संग अभियान को लेकर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को जिलास्तरीय अधिकारियों की मीटिंग लेने आए प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी के सामने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने चूरू शहर में बारिश के पानी भराव की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि शहर में 17 केंद्रों में से अधिकतर के आगे या रास्ते में पानी भरा हुआ है।

ऐसे में परीक्षार्थी केंद्रों पर कैसे पहुंचेंगे? क्या प्रशासन ने परीक्षार्थियों को केंद्र तक पहुंचाने के लिए लकड़ी का पुल बनाएगा? बड़े शर्म की बात है कि शहर पानी में डूबा हुआ है। पांच में से तीन मोटरें खराब पड़ी हैं और प्रशासन चुपचाप है। कलेक्टर-एसडीएम ने एक बार मौका मुआयना नहींल मानते हुए सभापति व आयुक्त से कहा कि जब पांच में से तीन मोटरें खराब हैं तो ऐसे में तत्काल निर्णय लेकर किराए पर दूसरी मोटर मंगानी की व्यवस्था करनी चाहिए। बैठक में सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया, रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, जिला प्रमुख वंदना आर्य, चूरू प्रधान दीपचंद राहड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

प्रभारी मंत्री के सामने फसल खराबे का मुद्दा उठा, कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी

प्रभारी मंत्री भाटी के सामने सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया ने बारिश से फसल खराबे का जिक्र करते हुए मुआवजे की मांग की है, इसका अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी समर्थन किया। इससे पहले पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल में चलती मीटिंग में प्रभारी मंत्री को बारिश से खराब हुई फसल दिखाते हुए मुआवजा दिलाने का ज्ञापन दिया। मीटिंग के अंत प्रभारी मंत्री ने बारिश से खरीफ की फसल को हुए नुकसान की आज ही कलेक्टर सांवरमल वर्मा से रिपोर्ट मांग ली।

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