
रवि कुमार ने 57 किलो वेट में एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में अपना खिताब कायम रखते हुए गोल्ड मेडल जीता है। वहीं 65 किलो वेट में बजरंग पूनिया दाहिने कोहनी में चोट की वजह से फाइनल में जापान की ताकुतो ओटोगुरो के खिलाफ नहीं भिड़े।
उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। उन्हें 2018 की वल्र्ड चैम्पियनशिप के फाइनल और पिछले साल एशियाई चैम्पियनशिप के फाइनल में जापान के इसी खिलाड़ी ताकुतो से हार का सामना करना पड़ा था।
टोक्यो का कोटा हासिल कर चुके रवि ने फाइनल में ईरान के अलीरेजा नोसरातोलाह सरलॉक को 9-4 से हराया। वहीं उन्होंने पहले दौर में भी उज्बेकिस्तान के नोदिरजोन सफरोव को 9-2 से हराया था। जबकि सेमीफाइनल में फिलिस्तीन के अली एमएम अबुयमैला को हराकर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया था।
बजंरग ने कहा कि कोच ने सुझाव दिए कि फाइनल में न खेलूं, क्योंकि कोरियाई पहलवान के साथ क्वार्टरफाइनल के दौरान दाहिने कोहनी में दर्द महसूस हुआ। वल्र्ड चैम्पियनशिप के दौरान इसी जगह पर चोट लग गई थी।
इस वजह से फाइनल में रिस्क लेना मुनासिब नहीं समझा। बजरंग ने शुरुआती मुकाबले में कोरिया के योंगसियोग जियोंग को हराया, जबकि सेमीफाइनल में उन्होंने मंगोनिया के बिलगुन सरमानदाख को हराकर फाइनल में जगह बनाई।
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