
‘जरूरत पड़ी तो नीतिगत कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे’,
नई दिल्ली। टैरिफ वार के बीच आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक तेजी से बदल रही वैश्विक परिस्थितियों पर नजर रखे हुए और वह जरूरत पड़ने पर नीतिगत कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों ने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजार अस्थिर वैश्विक वातावरण की अनिश्चितताओं से अछूते नहीं हैं।
शुक्रवार को बाली में आयोजित 24वें एफआइएमएमडीए-पीडीएआइ वार्षिक सम्मेलन में मल्होत्रा ने कहा, “तेजी से बदल रही वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए हम लगातार आर्थिक परिदृश्य की निगरानी और आकलन कर रहे हैं। हम हमेशा की तरह नीतिगत मोर्चे पर अपनी कार्रवाई में सक्रिय और तत्पर रहेंगे।”
गवर्नर ने कहा कि इसके बावजूद वैश्विक अनिश्चितताएं और मौसम की गड़बड़ी मुद्रास्फीति के लिहाज से जोखिम पैदा कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘भले ही हमने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 6.5 प्रतिशत वास्तविक जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया है, लेकिन भारत अभी भी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। फिर भी यह हमारी उम्मीद से काफी कम है। हमने दो बार रेपो दरों में कटौती की है और पर्याप्त नकदी दी है।’