
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आम लोगों को राहत देते हुए हर माह आने वाली ईएमआई यानि मासिक किश्त जैसे होम लोन, कॉरपोरेट लोन, कार लोन, एज्यूकेशन लोन जैसे लोन की ईएमआई किश्तें मई तक नहीं चुकानी होंगी।
भारत में कोरोना वायरस ने जानमाल के साथ अर्थव्यवस्था पर भी चोट करना शुरु कर दिया है। पूरा भारत 21 दिन के लॉकडाउन पर है ऐसे में हर तरफ खानपीन के सामान से लेकर रोजमर्रा की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
एक समस्या से लोगों को जो सबसे ज्यादा सता रही है वह है मकान, लोन और गाडिय़ों की मासिक किश्तों की।
आरबीआई ने बड़ा फैसला लिया है
लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए देश के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि आरबीआई ने बड़ा फैसला लिया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आम लोगों को राहत देते हुए हर माह आने वाली ईएमआई यानि मासिक किश्त जैसे होम लोन, कॉरपोरेट लोन, कार लोन, एज्यूकेशन लोन जैसे लोन की किश्तें मई तक नहीं चुकानी होंगी।
जून तक इन किश्तों को आगे सरका दिया गया है। हालांकि, इसको लेकर बैंको की तरफ से जवाब आना बाकी है। इसे अलावा जानते हैं रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट और सीआरआर में कटौती की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने कर्जधारको के लिए भी राहत का ऐलान किया है।
-रिजर्व बैंक ने रेपो दर 0.75 प्रतिशत की कटौती की। कटौती के बाद रेपो दर 4.4 प्रतिश्त पर आ गई है। इससे आने वाले दिनों में कर्ज सस्ता मिलेगा।
-आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिवर्स रेपो दर में 0.90 प्रतिशत की कमी की गई है।
-नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 1 प्रतिशत की कटौती की गई। सीआरआर 3 प्रतिशत पर आ गया है।
-गवर्नर ने कहा, रेपो दर में कमी से कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक प्रभाव से निपटने में मदद मिलेगी।