पर्यटन की दृष्टि से श्रीलंका बना भारतीयों की पहली पसंद

श्रीलंका में पहुंचने वाले कुल पर्यटकों 20 प्रतिशत भारतीय
श्रीलंका टूरिज्म इंडस्टी अपने यहां भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बी टू बी रोडशो और ईवेंट की श्रृंखला आयोजित कर रही है
श्रीलंका पर्यटन क्षेत्र से जुड़े 35 से अधिक प्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल इन कार्यक्रमों में शामिल होगा

मीडिया गेदरिंग आयोजित होगी, पर्यटकों को आ​कर्षित करने के लिए श्रीलंका की सांस्कृतिक विरासत की होगी प्रस्तुति

जयपुर। विश्व पर्यटन के मानचित्र पर श्रीलंका तेजी से उभरा है। पर्यटन की दृष्टि से भारतीयों की भी श्रीलंका पहली पसंद बना हुआ है। भारतीय पर्यटक यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। श्रीलंका टूरिज्म ने अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने के लिए पॉपुलर टूरिज्म स्पॉट पर भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बीटूबी रोडशो और रंगारंग समारेाह आयोजित करने का फैसला लिया है, इन प्रचार कार्यक्रमों से श्रीलंका टूरिज्म इंडस्टी को अपने देश में भारतीय पर्यटकों की तादाद में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। श्रीलंका से आए डेलिगेशन ने जयपुर में मीडिया से रुबरु होकर यह जानकारी दी।

भारत के पर्यटक हमारे लिए सम्मानीय अतिथि: Malkanthi Welikala

मैनेजर मार्केटिंग श्रीलंका कन्वेंशन ब्यूरो Malkanthi Welikala श्रीलंका ने बताया कि भारत और श्रीलंका के हमेशा से महत्वपूर्ण और मधुर संबंध रहे हैं। भारत ने हमेशा श्रीलंका के लिए बड़ी भाई की भूमिका निभाई है। भारत के पर्यटक हमारे लिए सम्मानीय अतिथि हैं। भारत आज पर्यटन में ग्लोबल लीडर है। पूरी दुनिया के पर्यटक यहां आते हें लेकिन, श्रीलंका के लिए भारतीयों में घूमने की लालसा रही है। बड़ी संख्या में भारतीय श्रीलंका घूमने जाना पसंद करते हैं, और अपने घर जैसा महसूस करते हैं। इसलिए हमने भारतीय पर्यटकों के बीच हमारे प्रमुख और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को आकर्षित करने के लिए बीटूबी रोड शो और इवेंट के माध्यम से प्रचार करने की स्टेटजी तैयार की है।  23, 25 और 27 जून को लखनऊ, चंडीगढ़ और जयपुर में एक श्रृंखला के अंतर्गत बी टू बी रोडशो और ईवेंट की श्रृंखला आयोजित की जाएगी।

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पर्यटन से भारत-श्रीलंका के संबंध और मजबूत होंगे: Shirani Herath 

जूनियर मैनेजर मार्केटिंग श्रीलंका टूरिज्म प्रमोशन ब्यूरो Shirani Herath ने बताया कि श्रीलंका टूरिज़्म प्रमोशन ब्यूरो और श्रीलंका कन्वेंशन ब्यूरो ने भारत के उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान जैसे समृद्ध राज्यों के तीन शहरों के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यह अनूठी पहल की शुरुआत की है, ताकि श्रीलंका में भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचे। क्योंकि पर्यटन की दृष्टि से श्रीलंका के लिए भारत अवसर वाला देश है। उनका मानना है कि भारत में ऐसे कार्यक्रम से श्रीलंका टूरिज्म इंडस्टी उड़ान भरेगी। साथ ही भारतीय पर्यटकों को भी श्रीलंका के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को देखकर नई अनुभूति होगी, जो पूरे विश्व में अपनी स्थाप्त्य कला ओर ऐतिहासिक घरोहर के रूप में पहचान रखते हैं। वहीं पर्यटन के माध्यम से भारत-श्रीलंका के बीच संबंध और मजबूत होंगे। श्रीलंका एक प्रमुख और पसंदीदा टेवल डेस्टिनेशन  बनने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां अमेजिंग नेचुरल ब्यूटी, जीवंत संस्कृति और वल्र्ड क्लास हॉस्पिटैलिटी स्तरीय आतिथ्य का संयोजन है।

श्रीलंका पर्यटन में भारतीयों की बीस प्रतिशत हिस्सेदारी

भारत लगातार श्रीलंका के लिए प्रमुख स्रोत एवं पर्यटन का बड़ा बाजार बना हुआ है। जनवरी से मई 2025 के अंत तक, श्रीलंका में कुल 10,29,803 पर्यटक पहुंचे। इनमें 2,04,060 भारतीय पर्यटक थे। कुल मिलाकर श्रीलंका पहुंचे पर्यटकों में भारतीयों की संख्या बीस प्रतिशत रही, जो अपने आप में बहुत बड़ा आंकड़ा है। श्रीलंका की पर्यटन आय पहले छह महीनों में ही 1.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर पार कर चुकी है।

 

मीडिया गेदरिंग और मनमोहर प्रस्तुतियां होंगी आयोजित

इन कार्यक्रम के तहत तीनों शहरों में मीडिया गेदरिंग आयोजित की जाएगी, जिसमें भारत के प्रमुख मीडिया हाउस शामिल होंगे ताकि श्रीलंका को एक प्रमुख ट्रैवल डेस्टिनेशन के रूप में व्यापक कवरेज और पॉजिटिव इमेज पेश की जा सके। जो आइलैंड वाले देश की समृद्ध विरासत को प्रस्तुत करेंगी। श्रीलंका का टेडिशनल डांस ग्रुप अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से भारतीय पर्यटकों से आकर्षित करेगा, ताकि भारतीय पर्यटक श्रीलंका की विरासत को करीब से देखने के लिए श्रीलंका आने के लिए आकर्षित हों। प्रस्तुतियों और संवादों के माध्यम से, कार्यक्रम में श्रीलंका की सुरम्य भूमि, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गर्मजोशी से भरपूर स्वागत को दर्शाया जाएगा, जो पर्यटकों को बार-बार आने के लिए प्रेरित करेगा। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को श्रीलंका के विविध पर्यटन प्रस्तावों की झलक दिखाई जाएगी जैसे कि स्वच्छ समुद्र तट, प्राचीन मंदिर, साहसिक पर्यटन और विलासिता, जो द्वीप देश को पर्यटन क्षेत्र में एक नए युग की ओर ले जाएगा।

35 से अधिक संख्या वाला डेलिगेशन होगा शामिल

विदेश मामलों, प्रवासी श्रमिकों और पर्यटन मंत्री विजीथा हेराथ तथा पर्यटन उप मंत्री प्रो. रुवान रणसिंघे के नेतृत्व में, एसएलटीपीबी और एसएलसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों सहित श्रीलंका पर्यटन क्षेत्र से जुड़े 35 से अधिक प्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल इन कार्यक्रमों में शामिल होगा। भाग ले रहा है। प्रतिनिधिमंडल में डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियाँ, लक्जरी होटल्स.रिसॉर्ट्स, टूर ऑपरेटर्स स​र्विस प्रोवाइडर कंपनियां शामिल होंगी। इसके अलावा भारतीय उद्योग जगत के समकक्षों के साथ बी टू बी  बैठकें आयोजित की जाएंगी। प्रत्येक शहर में 200 से अधिक पार्टिसिपेंट शामिल होंगे जिनमें भारतीय ट्रैवल एजेंट्स, टूरिज्म इंडस्टी की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी।  यह पहल भारत और श्रीलंका के बीच पर्यटन सहयोग को नए आयाम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

श्रीलंका

श्रीलंका टूरिज्म प्रमोशन ब्यूरो के बारे में

श्रीलंका पर्यटन प्रचार ब्यूरो एक गर्वमेंट बॉडी है जो देश के  पर्यटन और टेवल क्षेत्र की मार्केटिंग एवं पब्लिसिटी की जिम्मेदारी निभाती  है। ब्यूरो का संचालन विभिन्न पर्यटन संगठनों जैसे कि एसोसिएशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज इन टूरिज्म, श्रीलंका एसोसिएशन ऑफ इनबाउंड टूर ऑपरेटर्स और टूरिस्ट होटल्स एसोसिएशन ऑफ श्रीलंका के प्रतिनिधि करते हैं। एसएलटीबीबी का प्रमुख उद्देश्य टूरिज्म डेवलपमेंट प्लान के रूप में  श्रीलंका को एक स्टैंडर्ड टूरिस्ट प्लैस के रूप में डायरेक्ट या इनडायरेक्ट प्रचारित करना है।