
बूंदी। सड़क हादसे में जान गंवाने वाले तालेड़ा निवासी कांस्टेबल देवराज गुर्जर की पहली पुण्यतिथि पर लगाए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं की कतार लगी रही। उपखंड मुख्यालय पर पहली बार 8 घंटे में 370 लोगों ने कतार में खड़े रहकर रक्तदान किया। मेडिकल कॉलेज कोटा से आई टीम ने कोटा में डेंगू की बीमारी से जूझ रहे मरीजों की राह आसान बताते हुए कहा कि इस समय यह रक्तदान संजीवनी साबित होगा।
न्यायिक मजिस्ट्रेट लव प्रजापति ने दिवंगत कांस्टेबल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर रक्तदान शिविर की शुरुआत की। सीआई दिग्विजय सिंह ने डाबी थाने के दिवंगत कांस्टेबल देवराज गोचर को पुलिस महकमे की बहुत बड़ी क्षति बताया। सहकारी अध्यक्ष रामकिशन गुर्जर के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों ने पिछले 15 दिन से लगातार तैयारी कर रक्तदान का इतिहास रचा।
पूर्व मंडी चेयरमैन कमलेश चांदना, पूर्व सरपंच हेतराम चांदना शिक्षाविद मुकेश गुर्जर की टीम ने प्रबुद्ध नागरिकों, स्वयंसेवी संस्थाओं, युवाओं, सरकारी कर्मचारियों के सहयोग से रक्तदान शिविर को सफल बनाया।
कोटा महानगर में डेंगू के मरीजों की प्लेटरेट के लिए ब्लड बैंकों में आई रक्त की भारी कमी के चलते कृषि उपज मंडी के पूर्व चेयरमैन कमलेश चांदना ने योजनाबद्ध तरीके से टीमों का गठन कर 300 यूनिट रक्त मेडिकल कॉलेज कोटा को देने का लक्ष्य रखा। हर युवा के लाडले 28 वर्षीय मृतक कांस्टेबल देवराज गुर्जर की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने आए लोगों ने उत्साह से रक्तदान कर डेंगू के मरीजों के लिए लक्ष्य से 70 यूनिट ज्यादा रक्त संग्रहण करवाया।

सरपंच घांसीलाल मेघवाल, उपसरपंच संजय खान, स्व. देवराज गुर्जर के पिता सब इंस्पेक्टर रामलाल गुर्जर, व्याख्याता मुकेश गुर्जर, अरविद गुर्जर, न्यू जनरेशन ग्रुप के प्रमोद शर्मा, भानु राठौर, मनीष लोधा, अल्फानगर सरपंच दुर्गालाल भील, हरीश गुप्ता, जुगल शर्मा, मकसूद अली, जोगेंद्र चांदना, हनुमान नागर, सुरेंद्रसिंह, दीपक चांदना, खुशीराम गुर्जर, हनुमान गुर्जर, अनिल शर्मा, विनायक शर्मा, सुरेंद्र गुर्जर ने सफल बनाया।
यह भी पढ़ें-समस्याओं का समय पर निस्तारण करें : माथुर