
14 लाख से अधिक परीक्षार्थी, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, बायोमैट्रिक और फेस रिकग्निशन अनिवार्य
अजमेर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2024 का आयोजन अब एक दिन के बजाय दो दिन में किया जाएगा। परीक्षा 27 और 28 फरवरी को तीन पारियों में आयोजित होगी। इस बार सरकारी स्कूलों के अलावा, निजी स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। परीक्षार्थियों की संख्या 14 लाख से अधिक होने के कारण राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है।
परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम
27 फरवरी (प्रथम पारी) – सुबह 10 बजे से दोपहर 12:30 बजे (लेवल-1 और लेवल-2 दोनों), 27 फरवरी (द्वितीय पारी) – दोपहर 3 बजे से शाम 5:30 बजे (केवल लेवल-2)
28 फरवरी (प्रथम पारी) – सुबह 10 बजे से दोपहर 12:30 बजे (केवल लेवल-1) इस संबंध में परीक्षा का टाइम टेबल तैयार कर नोडल एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर को भेज दिया गया है। परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई, निजी स्कूलों में भी बनेंगे सेंटर,पहले केवल सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में ही परीक्षा केंद्र बनाए जाने थे, लेकिन केंद्रों की कमी को देखते हुए अब निजी स्कूल-कॉलेजों में भी परीक्षा केंद्र बनाने का फैसला लिया गया है।
राज्य सरकार द्वारा 41 जिला कलक्टरों को निर्देश भेजे गए हैं कि वे निजी स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र बनाने की व्यवस्था करें। पहले सरकार ने प्राइवेट स्कूलों को सेंटर न बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण यह निर्णय बदला गया है। परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था होगी कड़ी, सीसीटीवी और बायोमैट्रिक अनिवार्य:सरकार इस बार परीक्षा में पूरी सख्ती बरतेगी और नकल रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाए जाएंगे। सुरक्षा के अहम बिंदु: सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।परीक्षार्थियों की बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन और फेस रिकग्निशन अनिवार्य किया गया है।
प्रश्न पत्रों के बॉक्स, ओएमआर शीट और प्रश्न पुस्तिकाएं अलग-अलग रंग की होंगी।परीक्षा केंद्रों पर चार-चार पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। प्रश्न पत्रों को जिला कोषालय से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस बार परीक्षा की पूरी निगरानी आधुनिक तकनीक से होगी, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके।
परीक्षा को लेकर सरकार की विशेष तैयारियां
नकल रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम:बायोमैट्रिक और फेस रिकग्निशन से परीक्षार्थियों की पहचान होगी। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल और अन्य गैजेट्स पूरी तरह बैन होंगे।
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