किसानों की मौत और मुआवजे को लेकर कृषि मंत्री बोले- कृषि मंत्रालय के पास मौतों का कोई रिकॉर्ड नहीं, मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता

संसद का विंटर सेशन शुरू हो चुका है। इस सत्र का आज तीसरा दिन है। दोनों सदनों में तीसरे दिन की कार्यवाही की शुरुआत भी काफी हंगामेदार रही। विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है।

इसके कुछ समय बाद ही लोकसभा की कार्यवाही भी दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। 12 बजे के बाद कार्यवाही दोबारा शुरू हुई लेकिन विपक्षी नेताओं का हंगामा नहीं थमा।

दरअसल, 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी दल भड़के हुए हैं। विपक्ष यह निलंबन रद्द करने की मांग कर रहा है। सभापति ने निलंबित सांसदों से माफी मांगने पर फैसला वापस लेने की बात कही है लेकिन विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं है। वहीं, सपा सांसद जया बच्चने ने धरने पर बैठे सांसदों को चॉकलेट और बिस्कुट बांटे। उन्होंने कहा कि एनर्जी के लिए बहुत जरूरी है ताकि आप लोग सरकार के खिलाफ धरना दे सकें।

वहीं, कृषि कानून वापसी को लेकर किए गए आंदोलन में हुई किसानों की मौत और मुआवजे को लेकर सरकार ने मंगलवार को संसद में जवाब दिया। विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछा था कि सरकार के पास ऐसा कोई आंकड़ा है, जिसमें प्रभावित परिवारों का जिक्र हो या फिर उनकी मदद के लिए कोई प्रस्ताव हो। इस पर कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि कृषि मंत्रालय के पास मौतों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में मुआवजे का सवाल नहीं उठता है।

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