रीट पर फिर संकट : एक महीने आगे खिसक सकती है परीक्षा

रीट परीक्षा
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जयपुर। पेपर लीक के कारण विवादों मेंं घिरी रीट-२०२२ एक बार फिर संकट में घिरती नजर आ रही है। आगामी 4 और 5 फरवरी को मुख्य भर्ती परीक्षा प्रस्तावित है और अभी तक टीचर्स भर्ती की विज्ञप्ति जारी नहीं होने से तय समय पर परीक्षा होने को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। दरअसल नोटिफिकेशन जारी होने के 45 दिन के भीतर परीक्षा कराना अनिवार्य होता है और अभी विभाग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। परीक्षा की तारीख के हिसाब से आज से करीब 55 दिन ही शेष हैं। ऐसे में यदि अगले एक हफ्ते में नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया तो परीक्षा की तिथि बढऩा तय है। बताया जा रहा है करीब 1 महीने के लिए परीक्षा आगे सरक सकती है। इसका मतलब यह परीक्षा फरवरी के अंतिम या मार्च के शुरुआती सप्ताह में कराई जा सकती है।

रीट परीक्षा
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राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने बतया कि शिक्षा विभाग ने फिलहाल शिक्षक भर्ती को लेकर डिमांड नहीं भेजी है। बिना डिमांड के भर्ती की विज्ञप्ति (नोटिफिकेशन) जारी नहीं की जा सकती। भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर हमने शिक्षा विभाग को लेटर भी लिखा है। ऐसे में अगर अगले कुछ दिनों में अभ्यर्थना नहीं मिली, तो 4 और 5 फरवरी में होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा को रीशेड्यूल कर आगे बढ़ाया जाएगा।

खाली पदों की संख्या का कर रहे रिव्यू

शिक्षा विभाग प्रदेशभर के स्कूलों में टीचर्स की संख्या को लेकर फिर से रिव्यू कर रहा है। इस रिव्यू के आधार पर भर्ती की जानी है। ताकि खाली चल रहे पदों की संख्या के आधार पर टीचर्स को पोस्टिंग दी जा सके।

8 लाख बेरोजगार परेशान

राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि रीट का रिजल्ट आए 2 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन अब तक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है। जिससे आठ लाख से ज्यादा अभ्यर्थी ही नहीं उनके परिवार का इंतजार भी और ज्यादा बढ़ गया है। वहीं विज्ञप्ति में देरी से नियुक्ति की प्रक्रिया भी आगे बढ़ जाएगी। ऐसे में जल्द से जल्द भर्ती विज्ञप्ति जारी करें। ताकि आगामी विधानसभा चुनाव (2023) की आचार संहिता लगने से पहले ही अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल सके।

लेवल- 2 की वजह से हो रही देरी

शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में 46 हजार 500 पदों पर भर्ती निकाली गई थी, लेकिन रीट का रिजल्ट आने के बाद राजस्थान सरकार ने लेवल-2 में 6000 पद घटाकर 25 हजार 500 और लेवल-1 में 6000 पद बढ़ाकर 21 हजार पदों पर भर्ती करने का फैसला किया। इसके बाद प्रदेशभर में लेवल -2 के अभ्यर्थियों ने विरोध शुरू कर दिया। वहीं प्रदेशभर में बढ़ते विरोध के बाद शासन प्रशासन हरकत में आया और एक बार फिर पदों की संख्या को लेकर रिव्यू शुरू कर दिया गया है, लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है।

पदों की संख्या को लेकर हुआ विवाद

दरअसल, 26 सितंबर 2021 को 15 हजार पदों पर आयोजित रीट लेवल-2 का पेपर आउट होने के बाद सरकार ने रद्द कर दिया था। इसके बाद ष्टरू गहलोत ने 2022 में कुल 31 हजार 500 पदों पर लेवल-2 की भर्ती निकाली, जिसमें लेवल-2 के पुराने 15000 पद भी शामिल थे, लेकिन भर्ती विज्ञप्ति जारी होने के पहले सरकार ने एक बार फिर लेवल-2 के पदों को घटाकर लेवल-1 के पदों में बढ़ोतरी कर दी है। प्रदेशभर के युवाओं ने सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इसे लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

ये बदलाव कर दूर किया जा सकता है विवाद

  • मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप बिना किसी बदलाव के भर्ती विज्ञप्ति जारी की जा सकती है। इसमें लेवल-1 पर 21,000 और लेवल-2 में 25,500 पदों पर टीचर्स की भर्ती की जाएगी। इनमें विशेष शिक्षकों के 4500 पद भी शामिल होंगे।
  • रीट अभ्यर्थियों के बढ़ते विरोध के बाद शिक्षा विभाग लेवल-2 की पोस्ट बढ़ा सकता है, लेकिन अगर लेवल-2 में लेवल-1 के पदों को घटाकर बढ़ोतरी की गई तो लेवल-1 के अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं।
  • लेवल-2 के अभ्यर्थियों के साथ अब लेवल-1 के अभ्यर्थियों ने भी 21,000 से बढ़ाकर 25,000 पदों पर टीचर्स की भर्ती करने की मांग शुरू कर दी है। ऐसे में अगर सरकार लेवल-2 के पदों में बढ़ोतरी करती है तो आने वाले वक्त में लेवल-1 के साथ विशेष शिक्षकों के पदों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर भी आंदोलन शुरू हो सकता है।
  • राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक हालात और चुनावी साल में युवाओं को खुश रखने के लिए शिक्षा विभाग पदों की संख्या बढ़ाकर भर्ती विज्ञप्ति जारी कर सकता है। ऐसे में शिक्षक भर्ती के 46 हजार 500 पदों में 1500 से 6000 तक पदों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
  • सरकार फिलहाल पदों की संख्या में बदलाव नहीं करती है तो युवाओं का विरोध शांत करने के लिए 2023 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की घोषणा भी हो सकती है। ताकि युवाओं को नई भर्ती का सपना दिखाकर विवाद को खत्म किया जा सके।

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