
-
बच्चों एवं महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण हमारी प्राथमिकता: मंजरी पन्त
जयपुर। बच्चों एवं महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण हमारा मूल उद्देश्य है। सामुदायिक रेडियो यूनिसेफ के इस अभियान में अहम भूमिका अदा कर सक सकते है। हमें समाज की अंतिम पंक्ति में अंतिम छोर तक बैठे उस व्यक्ति तक पहुंचता है, जिसे संरक्षण की आवश्यकता है।
यह बात सामाजिक व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ राजस्थान में यूनिसेफ प्रभारी मंजरी पंत ने एलायन्स आॅफ कमनियुटी रेडियो राजस्थान की प्रथम स्मारिका का होटल आर्यन निवास जयपुर में विमोचन करते हुए कही। इस अवसर पर यूनिसेफ के डा. निजामुद्दीन अहमद ने कहा कि सामुदायिक रेडियो उद्देश्य दूर दराज के क्षेत्रों में जागरूकता उत्पन्न करना है।
यूनिसेफ ने राजस्थान के सामुदायिक रेडियो के एलायंस ऑफ कमुनिटी रेडियो राजस्थान के माध्यम से एक मंच पर आने के बाद सम्पूर्ण राजस्थान में पोषण, लिंग भेद, महिलाओं एवं बच्चो के स्वास्थ्य पर काम किया है।
इस अवसर पर एलायंस ऑफ कम्युनिटी रेडियो राजस्थान के संयोजक वागड रेडियो बांसवाड़ा के जयेश जोशी ने कहा कि सामुदायिक रेडियो के सामाजिक उत्तरदायित्व है तथा राजस्थान के रेडियो अपने इस उत्तरायित्वों का निर्वहन करते हुए कार्य कर रहे है।
सामुदायिक रेडियो ने सामाजिक सशक्तिकरण के मुद्दों को दूर दराज के उन क्षेत्रों में छुआ है, जहां का समुदाय वंचित था। इस अवसर पर एलायंस के सह संयोजक चेतना रेडियो संगरिया हनुमानगढ के सचिव व निदेशक संजय आर्य ने कहा कि सामुदायिक रेडियो ब्रॉडकास्ट के इस आधुनिक युग में रेडियो की प्रासंगिकता केा बनाए हुए वॉइस लेस के लिए वाइस तथा सामाजिक सशक्तिकरण के माध्यम से कृषि, विज्ञान, सामाजिक योजनाओं, चिकित्सा इत्यादि क्षेत्र में अहम भूमिका अदा कर रहा है।
इस अवसर पर वागड रेडियो बांसवाड़ा के , राजकुमार खत्री, जागृति भट, अंजली पाराशर, चेतना रेडियो से डा. वरोनिका आर्य, एफ एम भिवाड़ी जमशेद खान, एफएम झुंझुनूं से विकास कुमार, एफएम सीकर से डॉ. अमित माथुर, तिलोनिया रेडियो की आरती, किसान वाणी डीग से डा. प्रमोद शर्मा, रेडियो गिनी टोंक से वसीम अकरम तथा रविशंकर, किसान वाणी कोटा की विभा शर्मा, रेडियो मस्ती श्रीगंगानगर के जसविन्द्र सिंह बल से आने वाले वर्ष की कार्य योजना तथा रेडियो प्रसारण के विभिन्न आयामों पर चर्चा की ।