भाजपा ने राजस्थान विधानसभा उप चुनाव के लिए अपने छह उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने का किया प्रयास

भाजपा उम्मीदवार
भाजपा उम्मीदवार

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने शनिवार शाम को अपने छह उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने का प्रयास किया है। भाजपा ने अभी डूंगरपुर जिले की चौरासी सीट पर अभी अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।भाजपा द्वारा जारी सूची के अनुसार झुंझुनू विधानसभा सीट से राजेंद्र भांभू को टिकट दिया गया है. वहीं, रामगढ़ विधानसभा सीट से सुखवंत सिंह, है. देवली-उनियारा से राजेंद्र गुर्जर, खींवसर से रेवंतराम डांगा, दौसा सीट से जगमोहन मीणा को टिकट दिया और सलूंबर विधानसभा सीट से शांता देवी मीणा को बीजेपी ने टिकट दिया है।

वहीं, चौरासी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर अभी तक पार्टी ने घोषणा नहीं की है. आदिवासी क्षेत्र की चौरासी सीट से पार्टी किसे मैदान में उतारेगी, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। राजस्थान में 7 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है. जिसमें से 6 सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा कार्यकर्ताओं में टिकट की घोषणा पर खुशी जाहिर की हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी।

भाजपा की केंद्रीय चुनाव आयोग की बैठक के बाद जारी की गई इस सूची ने भाजपा ने उदयपुर संभाग की सलूंबर सीट पर सहानुभूति कार्ड खेला है। भाजपा ने सलूंबर विधानसभा सीट से अपने सीटिंग विधायक दिवंगत अमृत लाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को टिकट दिया है। वहीं दौसा सीट से नाराज चल रहे भजन लाल मंत्रिमंडल के के सबसे वरिष्ठ मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा को टिकट देकर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है। जगमोहन मीना रिटायर्ड आरएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2009 में अपनी सेवा से वीआरएस लिया था और राजनीति में आ गए थे। जगमोहन ने लोकसभा चुनाव में भी दौसा से टिकट मांगा था लेकिनअब जगमोहन को विधायक के लिए भाजपा का टिकट मिला है।

अलवर जिले की रामगढ़ सीट से सुखवंत सिंह को टिकट दिया है। सुखवंत 2018 में बीजेपी प्रत्याशी रह चुके हैं, लेकिन वो 2023 टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े थे। इसी प्रकार बीजेपी ने झुंझुनू से राजेन्द्र भांबू को टिकट दिया है। भांबू भी 2018 में बीजेपी प्रत्याशी रह चुके हैं, जबकि 2023 में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़े थे। खींवसर से रेवंतराम डांगा पर बीजेपी ने फिर से भरोसा जताया है। डांगा 2023 के चुनाव में आर एल पी को छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए थे। डांगा एक जमाने में हनुमान बेनीवाल के सबसे करीबी माने जाते थे। उन्होंने 2023 के चुनाव में हनुमान बेनीवाल को कड़ी चुनौती दी थी और डांगा करीब 2000 वोटों से ही चुनाव हारे थे। डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर अभी तक पार्टी ने घोषणा नहीं की है। आदिवासी क्षेत्र की चौरासी सीट से पार्टी किसे मैदान में उतारेगी? इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस इलाके में भारतीय आदिवासी पार्टी बाप का वर्चस्प है।

अब कांग्रेस के प्रत्याशी का इंतजार

भाजपा की ओर से अपने छह उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने के बाद अब सभी को कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा का इंतजार है। वैसे कांग्रेस की ओर से भी एक दो दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा होने के आसार हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान की ओर से इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ गठबंधन के बाद जल्द ही कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। राजस्थान में जिन सात सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें अभी अकेले कांग्रेस के पास चार सीटें एवं बीएपी, आरएलपी और बीजेपी के खाते में एक -एक सीट थी । देखना है आने वाले विधानसभा उप चुनाव में भाजपा और कांग्रेस तथा सहयोगी दलों में कौन बाजी मारेगा?