नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। उन्हें सफेद चीजें अत्यंत प्रिय होती हैं, ऐसे में समा के चावल की खीर का भोग लगाना शुभ होता है। यह व्रत वालों के लिए उपयुक्त, स्वादिष्ट और पचने में आसान है। आइए जानें इसे बनाने की सरल विधि और महत्व।
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मां ब्रह्मचारिणी भोग: नवरात्रि के दूसरे दिन समा चावल की खीर से करें पूजा
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सफेद भोग का महत्व: मां को सफेद चीजें प्रिय, इसलिए खीर है श्रेष्ठ विकल्प
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सामग्री और विधि: झटपट बनने वाली आसान और स्वादिष्ट व्रत रेसिपी
नई दिल्ली (22 सितंबर): शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है, जो तप, संयम और वैराग्य की प्रतीक हैं। भक्तों का मानना है कि उनकी पूजा से जीवन में धैर्य और मानसिक शक्ति का संचार होता है।
इस खास दिन पर मां को सफेद चीजों का भोग लगाना शुभ माना जाता है, और समा के चावल की खीर इसके लिए एक आदर्श विकल्प है। खासकर व्रत रखने वाले भक्तों के लिए यह डिश स्वाद और सेहत दोनों में उत्तम है।
मां को पसंद है सफेद मिठाई
पौराणिक मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी को सफेद फूल, सफेद वस्त्र और सफेद मिठाई बहुत प्रिय हैं। ऐसे में जब आप व्रत कर रहे हों, तो समा के चावल से बनी खीर उन्हें अर्पित करना बेहद पुण्यकारी माना जाता है।
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रेसिपी: ऐसे बनाएं स्वादिष्ट समा के चावल की खीर
सबसे पहले आधा कप समा के चावल को अच्छे से धोकर 20-30 मिनट के लिए भिगो दें। फिर एक भारी बर्तन में 1 लीटर फुल क्रीम दूध को उबालें। उबाल आने पर आंच धीमी करें और भीगे हुए चावल डालें। चावल के नरम होने तक खीर को पकाएं। इसके बाद इसमें आधा कप चीनी (या स्वादानुसार), कटे काजू, किशमिश और पिसी इलायची डालें। 5-7 मिनट और पकाकर गैस बंद करें। तैयार खीर को मां को भोग लगाएं और प्रसाद रूप में ग्रहण करें।
प्रसाद में पाएं पुण्य और स्वाद का संगम
इस खीर को आप गरम या ठंडा – जैसे चाहें – मां ब्रह्मचारिणी को भोग लगाकर खुद भी प्रसाद स्वरूप ले सकते हैं। यह स्वादिष्ट भी है और ऊर्जा भी देती है।