अमेरिका में रिसर्चरों का दावा-ठंड के साथ बढ़ेगा कोरोना वायरस का खतरा

वॉशिंगटन। अमेरिका में रिसर्चरों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी और लोगों का एक जगह जुटना बढ़ेगा, वैसे-वैसे कोरोना का खतरा और बढ़ता जाएगा। सर्दियों में लोग घरों, ऑफिसों या बंद जगहों पर रहना पसंद करते हैं। इंडोर जगहों में वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है।

अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में गर्मियों में लोग एसी ऑफिसों और घरों में ज्यादा इखट्ठा होने लगे थे। अब यही ट्रेंड सर्दियों में भी देखने को मिल सकता है। ऐसे में बचाव के कुछ उपाय किए जा सकते हैं।

खराब वेंटिलेशन वाले इंडोर स्थानों में वायरस का असर ज्यादा दूर और देर तक रहता है

कोरोना पर रिसर्च कर रहीं अमेरिकी डॉक्टर मार के मुताबिक, खराब वाली वेंटिलेशन वाली जगहों पर, जैसे ज्यादातर रेस्टोरेंट और बार में खतरा ज्यादा होता है। ऐसी जगहों पर वायरस ज्यादा दूर और देर तक रहता है।

इन गर्मियों में वैज्ञानिकों ने पाया था कि अस्पताल के अंदर संक्रमित मरीज से वायरस छोटे ड्रॉपलेट्स के रुप में (एयरोसोल्स) हवा में 16 फीट तक फैल रहे थे। डॉ. मार कहती हैं कि अभी भी बचाव का सबसे बेहतर रास्ता है अपने चेहरे को ढंकना और हाथों को धोना।

तमाम महंगे उपकरणों की बजाय पानी और साबुन का इस्तेमाल सबसे बेहतर उपाय

इंडोर वायरस के फैलाव को रोकने के लिए बाजार में विभिन्न तरह के महंगे उपकरण हैं। ये सतह को साफ करने का वादा करने का साथ हवा को वायरस मुक्त करने का भी दावा करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे ज्यादातर प्रोडक्ट ओवरकिल और हानिकारक हैं।

कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के एटमॉसफियर केमिस्ट डेलफिन फार्मर कहते हैं कि इन फैंसी दिखने वाली चीजों को नजरंदाज करना चाहिए। पानी और साबुन आज भी सबसे खूबसूरत और बेहतर तरीके से काम करते हैं।