
भरतपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के माध्यम से संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वामित्व योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीब मुक्त गांव योजना, डांग, पीएम आदर्श ग्राम योजना और सांसद, विधायक कोष से स्वीकृत कार्यों, सीएसआर सहित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने सभी ब्लॉक विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 के तहत खड़ीन, टांका और नाड़ी पोखर, मेडबंदी, जल संरचनाओं का संरक्षण करते हुए पुनरुद्धार कार्याें में प्रगति लायें, साथ ही विकास कार्यों को पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होंने जल शक्ति अभियान में जल निकायों का पुनरुद्धार, चेक डैम और जल संचयन गड्ढे बनाना, भंडारण क्षमता के कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने समस्त बीडीओ को लक्ष्य दिए कि जल भराव समस्या का निस्तारण करने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत में लगभग एक हजार सोख्ता खड्डे बनवायें, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जायेगी। उन्होंने बयाना, नदबई, वैर, भुसावर बीडीओ को स्वामित्व योजना में लंबित प्रकरणों को आगामी तीन सप्ताह में निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना में अर्जित प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सर्वे के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि सांसद व विधायक कोष से स्वीकृत कार्य पूरे हो चुके हैं, उनके उपयोगिता तथा कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र शीघ्र भिजवाऐं। उन्होंने पूर्व में स्वीकृत लंबित कार्यों को भी अविलंब पूरा कराया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए उच्चैन, वैर, भुसावर बीडीओ को स्वीकृत अधूरे आवासों को शीघ्र ही पूरा करवाने, नवीन पंचायत भवन, आंगनवाड़ी, सामुदायिक शौचालय आदि के शेष कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश भी प्रदान किए। उन्होंने हरियालो राजस्थान अभियान के तहत आगामी वर्षा ऋतु में अटल सेवा केंद्रों, खेल मैदान, चारागाह भूमि, स्कूलों, ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों, नहरें, झील, बाँध, पोखर के किनारों पर वृक्षारोपण करने, गड्ढे खोदने, मनरेगा मस्टरोल जारी करने लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पौधरोपण के लिए चिन्हित किये जाने वाले स्थानों से विलायती बबूलों को हटाकर उनके स्थानों पर छायादार एवं फलदार पेड़ पौधे भी लगाए जाने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों से समझाइश कर खेतों की मेडों पर वृक्षारोपण करने के लिए जागरूक करें। उन्होंने हरियालो राजस्थान अभियान के तहत ब्लॉकवार वृक्षारोपण कार्यक्रम लक्ष्यतय करने, इसमें पेड़ पौधों की देखभाल के लिए राजीविका समूह की महिलाओं को जोड़ने के निर्देश दिए।
उन्होंने वैर के ग्राम आमोली की चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर पौधारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे गाँव जंहा बरसात ऋतु में पानी निकासी बाधित रहती है, पोखर के जलमार्ग साफ सफाई करवाई जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में रास्तों में जलभराव की समस्या के निदान हेतु नालियों की नियमित सफाई करवाई जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी, विद्यालय, पोखर, नालियों, पेयजल कार्य के प्रस्ताव शीघ्र भिजवाएं। इस दौरान जिला कलक्टर ने कर्मभूमि से मातृभूमि योजना और नवाचार हरी-भरी पोखर के कार्यांे, गोवर्धन प्रोजेक्ट, स्वच्छ भारत मिशन, बजट फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति समीक्षा कर विकास कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले की राज्य स्तरीय रैकिंग में सुधार लाने हेतु आपसी समन्वय व टीम भावना से कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मृदुलसिंह, एसीईओ विनय मित्र सहित समस्त बीडीओ मौजूद रहे।