रीकों ने रामगंजमण्डी में विकसीत किया नया औद्योगिक क्षेत्र

  • गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र को उद्यमियों ने सरहाया भूखण्डो की ई नीलामी
  • प्रारंभ,19 फरवरी को अंतिम ई—बिडिंगकोटा के उद्यमियों को रीको का उपहार है
  • गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र—गोविंद राम मित्तल

कोटा। कोटा जिले के रामगंजमंडी में रीको की ओर से विकसित किए जा रहे गुंदी-फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्डों का आवंटन ई-नीलामी प्रक्रिया से 27 जनवरी से प्रारंभ हो चुकी है, रीकों लि., कोटा क्षेत्रिय प्रबंधक संजीव सक्सेना के नेतृत्व में भूखण्डो और औद्योगिक क्षेत्र की स्थिती को देखने के लिए कोटा—रामगंजमण्डी के उद्यमियों का दल गुंदी—फतेहपुर क्षेत्र पहुंचा। जहां उन्होने के विकास कार्य का जायजा लिया और भूखण्डो की स्थिती, सुविधाओं और विभिन्न योजनाओं के बारें जानकारी प्राप्त की। उद्यमियों के दल में दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल, अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, लघु उद्योग भारती के राजस्थान सचिव अजय पोद्दार कोटा महासचिव अमित सिंघल, हाडोती कोटा स्टोन इंडस्ट्री के अध्यक्ष आरएन गर्ग, सलाहकार विकास जोशी, राहुल चतर, सहित रवि, कोटा रामगंज मंडी के कई उद्यमी उपस्थित रहे.उद्यमियों ने नवीन औद्योगिक क्षेत्र पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि रेल व दिल्ली—मुम्बई एक्सप्रेस—वे के समीप होने से कोटा के उद्योगो के लिए यह सुनहरा मौका है, उद्योगो को अभी रीकों रियायती दरों पर आवंटित कर रही है।आवंटन दर 3100/- प्रति वर्गमीटर थी, जिसको रीको द्वारा घटाकर 1600/- प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है। आसपास के क्षेत्र में धनिये की पैदावार अधिक होने, माईनिंग एरिया होने के कारण यहां स्टोन आधारित उद्योग, एग्रो उद्योग एवं जनरल इण्डस्ट्रीज लगने की अपार संभावानएं है।

यह खूबिया है औद्योगिक क्षेत्र में : क्षेत्रिय प्रबंधक संजीव सक्सेना ने बताया कि यह औद्योगिक क्षेत्र मोड़क-रामगंजमंडी स्टेट हाइवे-9 (ए) पर स्थित है तथा प्रस्तावित 8 लेन दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से तीन किलोमीटर दूर है जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग — 52 से 7 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। क्षेत्र से ड्राईपोर्ट मण्डाना लगभग 30 कि.मी. एवं कोटा से 65 कि.मी. और मोडक से 3 किमी दूर है। रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक सक्सेना ने बताया कि गुंदी-फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। क्षेत्र में 11 कि.मी. सड़क का काम पूरा हो चुका है। पावर लाईन/हाई मास्ट लाईन एवं पानी की लाईन एवं बिजली की उपलब्धता हेतु 132 के.वी. जीएसएस का कार्य प्रगति पर है। औद्योगिक क्षेत्र में जलापूर्ति हेतू जल संसाधन विभाग द्वारा ताकली बांध से औद्योगिक प्रयोजनार्थ 18 लाख लीटर प्रतिदिन आपूर्ति हेतु पानी आरक्षित किया गया है। इस औद्योगिक क्षेत्र में आर.सी.सी.की नालियां व एप्रोच कलवर्ट का प्रावधान है। स्ट्रीट लाईट एवं एलईडी लाईट्स का भी प्रावधान है। इस क्षेत्र में 4000 पौधो का प्लांटेशन भी किया जाएगा।सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल हेतु 9.91 हैक्टेयर जमीन आरक्षित व 700 लाख का प्रावधान प्रशासनिक स्वीकृति में लिया हुआ है।

प्रथम चरण में 60 भूखण्डो का आवंटन : इस औद्योगिक क्षेत्र में 364 भूखण्ड नियोजित है। भूखण्डों की साइज 500 से 10,000 स्क्वायर मीटर है। प्रथम चरण में 60 भूखण्डों का आवंटन ई-नीलामी प्रक्रिया से 27 जनवरी से शुरू हो चुका है। शेष भूखण्डों की नीलामी दूसरे चरण में की जाएगी। अमानत जमा करवाने की दिनांक 27 जनवरी से 16 फरवरी 2021 तक है तथा ऑनलाइन बोली लगाने की तिथि 17 फरवरी से 19 फरवरी 2021 तक है। औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्डों की आवंटन दर 3100 रुपए प्रति वर्गमीटर थी, जिसे रीको ने घटाकर 1600 रुपए प्रति वर्गमीटर कर दिया है। पहले चरण में आवंटित किए जाने वाले 60 भूखण्डों में से 500 से 1000 स्क्वायर मीटर के 15, 1001 से 1500 स्क्वायर मीटर के 14, 1501 से 3000 स्क्वायर मीटर के 11, 3001 व.मी.से अधिक के 20 भूखण्ड हैं। प्रथम चरण के 89 भूखण्डो में से 9 भूखण्ड विभिन्न आरक्षित श्रेणियों के लिए आरक्षित है।

रीको का उपहार गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र : नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित करना रीको का सराहनीय कार्य है, राजस्थान में उद्योगो की जो कमी हुई थी। उसका प्रमुख कारण औद्योगिक क्षेत्र का अभाव था। रीकों लि.द्वारा राजस्थान 16 विभिन्न औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे है और कोटा के लिए खुशी की बात यह है कि इसका प्रारंभ कोटा से हुआ है। वर्तमान में 157.63 हैक्टेयर में यह औद्योगिक क्षेत्र विकसीत है, करीबन 250 हैक्टेयर जमीन और हासिल करने के प्रयास किए जा रहे है इसके यह एक बडा औद्योगिक क्षेत्र बन जाएगा और 4 लेन से जुडाव होने से सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। सबसे महत्वपूर्ण राजस्थान को बल्क ट्रक का पार्क मिला है, जिसकी पूरी संभावना इसी औद्योगिक क्षेत्र में विकसित होने की है यदि ऐसा होता है तो इस क्षेत्र को केन्द्र सरकार से 1000 करोड़ की सब्सिडी प्राप्त होगी। जिससे यहां अनेक विकास कार्य प्रगति पर होंगे और उद्यमियों को लाभ होग।

सुविधाएं विकसीत हो, सुरक्षित बने क्षेत्र : औद्योगिक क्षेत्र काफी हद तक उद्यमियों के लिए उपयुक्त है परन्तु अभी आधार भूत सुविधाए विकसित हो रही है। जिन्हे रीकों द्वारा शीघ्र पूरा करना चाहिए। गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र खुला क्षेत्र है ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र के चारों ओर रीकों को चार दिवारी बनानी चाहिए। अमित सिंघल, महासचिव लघुउद्योग भारती कोटा

जल ना बने असुविधा, भूखण्डो की दर में हो संशोधन : गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र में पानी का स्तर वर्तमान में नीचा है ऐसे में यहां पत्थर उद्योग को समस्याओं का समाना करना पड़ सकता है क्योकि पत्थर उद्योग में पानी आवश्यक होता है। भूखण्डो की दर ज्यादा है क्योकि अभी यह क्षेत्र पूर्ण रूप से विकसीत नहीं हुआ है। रीकों को नीलामी की जगह पहले आओ—पहले पाओं के नियम पर भूखण्डों का आवंटन करना चाहिए था। रीकों की भूखण्डो की दरें कुछ ज्यादा है जिन्हे कम करने की मांग उद्यमियों की है। अचल पौद्दार राजस्थान सचिव, लघु उद्योग भारती

उद्यमियों के लिए उत्कृष का दिन : स्टेट हाईवे 9 (ए) पर विकसित गुण्दी—फतेहपुर औद्योगिक क्षेत्र के प्रथम चरण में 60 भूखण्डो का आवंटन प्रारंभ हो चुका है। आज उद्यमियो के लिए हर्ष का दिन है क्योकि रीेकों द्वारा राजस्थान में प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्रों में सर्वप्रथम कोटा में नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसीत किया जा रहा है। इससे हाडौती के विकास को नए पंख लगेंगे। इस औद्योेगिक क्षेत्र से औद्योगिक विकास को गति एवं कोटा में रोजगार को बढाव मिलेगा।

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