राजस्थान की अर्थव्यवस्था का मुख्य प्रेरक प्रदेश की खनिज संपदा थीम आधारित होगा राइजिंग राजस्थान माइंस प्री समिट

Rising Rajasthan Mines Pre Summit will be based on the theme of mineral
Rising Rajasthan Mines Pre Summit will be based on the theme of mineral

 8 नवंबर को जयपुर में होंगे माइंस सेक्टर के निवेश प्रस्तावों के एमओयू
अब तक 50 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित

जयपुर। माइंस विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने बताया है कि 8 नवंबर को जयपुर में आयोजित माइंस व पेट्रोलियम सेक्टर के राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट का प्री समिट राजस्थान की अर्थव्यवस्था का मुख्य प्रेरक प्रदेश की खनिज संपदा थीम पर आधारित होगा। राइजिंग राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट में रोड़ शो व जिला स्तर पर आयोजित समिटों में समग्र रुप से अब तक माइनिंग सेक्टर के 50 हजार करोड़ रु. से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर को आयोजित माइंस प्री समिट में माइनिंग व पेट्रोलियम सेक्टर में अधिक से अधिक निवेश प्रस्तावों के एमओयू कराने के लिए माइनिंग विभाग की फील्ड टीम को सक्रिय किया गया है।

प्रमुख सचिव माइंस टी. रविकान्त खनिज भवन में 8 नवंबर को प्रस्तावित माइंस सेक्टर प्री समिट की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल, जेएस आशु चौधरी, नोडल अधिकारी अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा सहित प्रभारी अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभाग के फील्ड अधिकारियों एडीएम, एडीजी, एमएसई, एसजी, एमई और एएमई अधिकारियों को स्थानीय स्तर के निवेशकों को भी खनन क्षेत्र में निवेश करने के लिए समन्वय बनाते हुए आगे लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान खनिज संपदा की दृष्टि से समृद्ध प्रदेश है और खनिज खोज व खनन के साथ खनिज आधारित उद्योगों की स्थापना की विपुल संभावनाएं हैं। खनिज क्षेत्र में निवेश से रोजगार, राजस्व और औद्योगिक विकास की नई राह खुलेगी। राजस्थान आज माइनिंग सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि रोड शो व जिला स्तर पर खनन क्षेत्र की बड़ी संख्या में निवेश प्रस्तावोें के एमओयू हस्ताक्षरित हुए हैं। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को आयोजित प्री समिट में भी खनिज क्षेत्र में हैण्डसम अमाउंट के एमओयू हस्ताक्षरित कराने के लिए निवेशकों से संपर्क साधा जा रहा है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

संयुक्त सचिव आशु चौधरी ने आवश्यक जानकारी दी। नोडल अधिकारी बीएस सोढ़ा ने बताया कि प्री समिट में देश के खनिज क्षेत्र के विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया जा रहा है जिससे खनिज क्षेत्र में देश दुनिया में हो रहे बदलावों की जानकारी और अनुभवों को साझा किया जा सकेगा।

प्रमुख सचिव टी. रविकान्त ने प्रभारी अधिकारियों अतिरिक्त निदेशक एमपी मीणा को फील्ड अधिकारियों के माध्यम से प्रोस्पेक्टिव निवेशकों से संवाद कायम करने, अतिरिक्त निदेशक पेट्रोलियम अजय शर्मा से प्रकाशनों व प्रदर्शनी, एडीजी आलोक जैन से विषय विशेषज्ञों से समन्वय, एसएमई विजिलेंस प्रताप मीणा से प्री समिट में प्रतिभागियों आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट के माइंस विभाग के प्री समिट को अधिक उपादेय व बहुआयामी बनाया जा रहा है ताकि निवेश, रोजगार और राजस्व में बढ़ोतरी हो सके।
बैठक में एसएमई जयपुर एनएस शक्तावत, अजमेर जय गुरुबख्सानी, ओएसडी कृष्ण शर्मा, एसजी संजय सक्सैना, सुशील हुडा आदि उपस्थित रहे।