
बच्चों में मोटापा एक ऐसी समस्या है, जिसपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता। खासकर भारत में बच्चों में मोटापे को एक सेहतमंद बच्चे के रूप में देखा जाता है। जबकि असलियत इससे बिल्कुल उलट है और उनपर इसका बुरा असर पड़ रहा है। इतना ही नहीं बच्चों में मोटापे की वजह से टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर और जोड़ों की समस्याएं होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। शरीरिक समस्याओं के अलावा उन्हें सामाजिक रूप से भी काफी नुकसान पहुंचता है। मोटापे के चलते उन्हें आत्म-सम्मान की कमी, बॉडी शेमिंग और डिप्रेशन का सामना भी करना पड़ सकता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि बच्चों में मोटापे को रोकने के लिए क्या करें।
बच्चों में मोटापे को कैसे रोकें?

बैलेंस्ड डाइट: बच्चों में आदत होती है कि वे दिनभर कुछ न कुछ खाते रहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उन्हें सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर के भोजन तक एक हेल्दी और बैलेंस्ड मील खिलाएं। इससे उन्हें सारा दिन अनहेल्दी खाने की क्रेविंग नहीं होगी। साथ ही खूब फल, सब्जियां, लीन मीट, साबुत अनाज और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स खिलाएं।

पोर्शन का ध्यान रखें: माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे एक आदर्श और सही मात्रा में अपना मील लें। यह न तो कम होना चाहिए और न ही बहुत ज्यादा।
अधिक चीनी और सैचुरेटेड फूड : मीठे और सैचुरेटेड फूड आइटम्स को सीमित करना सबसे जरूरी स्टेप्स में से एक है। ऐसे फूड्स पोषण देने के बजाय केवल वजन बढ़ाते हैं।
शारीरिक गतिविधि : अपने बच्चों में फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाएं। इसके लिए उन्हें बाहर खेलने भेजें, कसरत करवाएं, दौड़ लगवाएं या फिर कोई अन्य गतिविधि में शामिल करवाएं। इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि उनसे ऐसी एक्टिविटी करवानी है, जिसे करने से उन्हें खुशी भी मिले। चाहे वह डांस हो, साइकल चलाना हो या फिर उनका कोई पसंदीदा खेल।
यह भी पढ़ें : लेडीज सर्किल इंडिया जयपुर चैप्टर का आगाज