संविधान बचाओ रैली: कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला

मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे
  • गहलोत, पायलट और डोटासरा ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल

जयपुर। कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ में सोमवार को पार्टी के शीर्ष नेताओं ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रधानमंत्री मोदी पर कई गंभीर सवाल उठाए और उनकी नीतियों को कठघरे में खड़ा किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के बाद सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी क्यों नहीं आए? जब देश के स्वाभिमान पर हमला हो, तब आप चुनावी भाषण देने बिहार क्यों गए? सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री की मौजूदगी होती तो हम सब को मदद के बारे में योजनाएं पता चलतीं।” उन्होंने बीजेपी और हिंदुत्व के मुद्दे पर भी सवाल उठाए। खड़गे ने कहा, “अमित शाह ने संसद में बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर नफरत करने का बयान दिया। अंबेडकर जितना भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग मिल जाता, लेकिन अब वह यह तय नहीं कर सकते कि स्वर्ग मिलेगा या नहीं।”

खड़गे ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “मैं भी हिंदू हूं और मेरा नाम तो 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। अमित शाह और मोदी दलितों और पिछड़ों को झुकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दलित झुकने वाले नहीं हैं।” गौविंद सिंह डोटासरा ने मोदी से पूछा, “पहले पुलवामा में हुआ, अब पहलगाम में हुआ। यह चूक कहां हुई? मोदीजी आपने जो वादे किए थे, उनका क्या हुआ? एक के बदले 100 सिर कब आएंगे?” पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गांधी परिवार का बचाव किया, “सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हमला किया जा रहा है। गांधी परिवार ने देश के लिए बलिदान दिए हैं। पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान दी। आज उन्हें और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है।”

सचिन पायलट ने संविधान पर हमलों का विरोध करते हुए कहा, “बीजेपी संविधान को कमजोर कर रही है और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। महाराष्ट्र में वोटर्स से ज्यादा वोट पड़े, इस पर चुनाव आयोग चुप है।” रैली में कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार की नीतियों पर कड़ी आलोचना करते हुए संविधान को बचाने का संकल्प लिया। खड़गे, गहलोत, पायलट और डोटासरा ने जनता से बीजेपी के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की अपील की। रैली के बाद, खड़गे ने राजस्थान के कांग्रेस नेताओं के साथ तीन अलग-अलग बैठकों का आयोजन किया, जिसमें संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।