एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025 के ग्रैंड फिनाले में दिखी भारत के उदीयमान युवा नवप्रवर्तकों की प्रतिभाएं

एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025
एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025

नई दिल्ली- कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए भारत का सर्वोत्तम उद्यमशीलता लांचपैड दि ग्रैंड फिनाले ऑफ एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन (सीवाईआई 2025) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली में संपन्न हुआ जो भारतीय उद्यमशीलता की अकादमिक राजधानी बनकर उभरी है। नवप्रवर्तन, आकांक्षा और परिवर्तनकारी विचारों के प्रेरणादायी इस उत्सव में देश के सबसे उदीयमान विद्यार्थी उद्यमी शामिल हुए।

एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025
एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025

आईआईटी दिल्ली, एमईपीएससी (कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन) और थिंकस्टार्टअप फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शीर्षक प्रायोजक के तौर पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के सहयोग से आयोजित सीवाईआई 2025 देशभर के कॉलेज परिसरों में उद्यमशीलता की भावना करने की एक ऐतिहासिक पहल रही। 200 शहरों के 1,000 कॉलेजों से 44,000 से अधिक विद्यार्थियों ने एसबीआई कॉलेज यूथ आइडियाथॉन 2025 में प्रतिभाग किया। इस आयोजन में 15,000 से अधिक स्टार्टअप विचार पेश किए गए।

मूल्यांकन के कठिन दौर, मार्गदर्शन और छंटाई के जरिए शीर्ष 100 विद्यार्थी टीमों को इस दो दिवसीय ग्रैंड फिनाले के लिए आईआईटी दिल्ली में आमंत्रित किया गया। इन युवा उद्यमियों ने अपने नवप्रवर्तन प्रदर्शित किए, शीर्ष मार्गदर्शकों और निवेशकों के साथ संवाद किया और लाइव पिच राउंड में प्रतिस्पर्धा की। फाइनल पिच में शीर्ष 15 विद्यार्थी स्टार्टअप्स शामिल किए गए जिन्होंने वीसी, संस्थापकों और नवप्रवर्तक नेताओं की जूरी के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए। इस समापन समारोह में शीर्ष 10 विजेताओं की घोषणा की गई जिसमें से प्रत्येक विजेता टीम ने एक लाख रुपये का पुरस्कार प्राप्त किया।

समापन समारोह में अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में प्रख्यात टेक्नोलॉजी उद्यमी विवेक वाधवा ने कहा, “आने वाला भविष्य उन लोगों का है जो सपने देखने और उन्हें जमीन पर उतारने की हिम्मत रखते हैं। आपके पास ऐतिहासिक समाधान का निर्माण करने की ताकत है जो आने वाले कल की दुनिया को परिभाषित करेगा।”

एमईपीएससी के सीईओ अनिल पोखरियाल के मुताबिक, “ये विद्यार्थी महज स्टार्टअप्स का निर्माण नहीं कर रहे, बल्कि ये उम्मीद, इक्विटी और प्रभाव का निर्माण कर रहे हैं। देशभर से विचारों की विविधता और गहराई सही मायने में प्रेरणादायी है।”

आईआईटी दिल्ली के डीन (अकादमिक) प्रोफेसर नारायणन डी कुरुर ने नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने में संस्थानों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “आईआईटी दिल्ली पूरे भारत से युवा उद्यमियों को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीवाईआई 2025 दुनिया की वास्तविक चुनौतियों को हल करने के लिए सबसे प्रतिभावान युवाओं को एक साथ लाकर इस मिशन को परिलक्षित करता है।”

एसरी इंडिया के प्रबंध निदेशक अजेन्द्र कुमार ने कहा, “अकादमिक ज्ञान को अनूठे समाधानों और उद्यमों में तब्दील करने वाली इस पहल का हिस्सा बनना हमारे लिए गर्व की बात है। स्पैटियल इंटेलिजेंस के महत्व को लेकर युवा पीढ़ी की समझ और इसे कारोबारी विचार में समाहित करना देखकर उत्साहवर्धन होता है। इस अंतर्दृष्टिपूर्ण सोच से ऐसे शक्तिशाली समाधानों का सृजन होगा जो भविष्य की कारोबारी और सामाजिक चुनौतियों को प्रभावी ढंग से हल करेंगे। मैं इन प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई देता हूं और उनके भावी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”

थिंकस्टार्टअप की संस्थापक शिवानी कपूर ने कहा, “विद्यार्थियों की यह पीढ़ी अवसरों की प्रतीक्षा नहीं कर रही है, बल्कि अवसरों का सृजन कर रही है। समस्या हल करने को लेकर इनका निडर दृष्टिकोण सही मायने में प्रेरणादायी है।”

सीवाईआई के कार्यक्रम निदेशक संजीव शिवेश के इस आयोजन की भावना को लेकर कहा, “यूथ आइडियाथॉन ने यह सिद्ध किया है कि भारत की उद्यमशीलता की अगली लहर पहले से ही यहां मौजूद है और यह इसका नेतृत्व कर इसे आगे ले जाने के लिए जुनून से परिपूर्ण है।”

सीवाईआई 2025 की शीर्ष 10 विजेता टीमें- हीट एंड ईट (दयानंद सागर विश्वविद्यालय)
स्टार्टअपः चलते फिरते गर्म खाने के लिए सेल्फ हीटिंग फूड बॉक्सेस- बिजली या आग की कोई जरूरत नहीं

जीफुट (आईआईटी दिल्ली) स्टार्टअपः लो कार्बन फुटवियर टेक जो 80 प्रतिशत तक उत्सर्जन घटाता है, टिकाऊ फैशन को परिभाषित करता है।

न्यूरोक्सो लैब्स (जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) स्टार्टअपः भारत का सबसे स्मार्ट और किफायती मसल कंट्रोल्ड प्रोस्थेटिक आर्म

दी पाथफाइंडर्स (एनआईटी जालंधर)स्टार्टअपः आपदा राहत, निगरानी और सुरक्षा के लिए एआई युक्त स्वायत्त रोबोट

अरवोरा (दिल्ली टेक्नोलॉजिकल युनिवर्सिटी, एनएसयूटी) स्टार्टअपः ऑर्गेनिक सैनिटरी पैड से लेकर जंगली शहद तक की पेशकश करने वाला वेलनेस एवं लाइफस्टाइल ब्रांड

रेज़ेन (जेपी युनिवर्सिटी ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) स्टार्टअपः थैरेपी, मेडिटेशन और इमोशनल वेलनेस टूल्स की पेशकश करने वाला एक मेंटल हेल्थ प्लेटफॉर्म

अफोर्डा (बिट्स पिलानी-पिलानी एवं गोवा कैंपस) स्टार्टअपः होटल में जितना ठहरो, उतना भुगतान करे मॉडल जो यात्रियों को घंटों के हिसाब से बुकिंग की पेशकश करता है।

मेमोटैग (मास्टर्स यूनियन, आईएसबी हैदराबाद) स्टार्टअपः डिमेंशिया के मरीजों के लिए स्मार्ट और रीयल टाइम देखभाल में मदद करने वाला वियरेबल डिवाइस

शक्ति ग्रुप (चित्कारा युनिवर्सिटी) स्टार्टअपः एआई आधारित आपदा प्रतिक्रिया प्रौद्योगिकी जिसमें थर्मल इमेजिंग, लिडार एवं लाइव 3डी मैपिंग का उपयोग किया गया है।

शीसेफ इंडिया (मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, करुण्य इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी)स्टार्टअपः महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्मार्ट पैनिक अलर्ट सिस्टम

इस आयोजन में शीएटवर्क अवार्ड बिहार के राजकीय पॉलीटेक्निक, जहानाबाद की वाइटैलिटी टीम को प्रदान किया गया। इनका स्टार्टअप वाइटैलिटी पीसीओडी और पीसीओएस लक्षणों का प्रबंधन करने में महिलाओं की मदद के लिए एक पोर्टेबल सपोर्ट सिस्टम का निर्माण कर रहा है और जमीनी स्तर से मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता से महिलाओं को सशक्त कर रहा है।

स्टूडेंट अवार्ड्स के अलावा, सीवाईआई 2025 ने भारत के उद्यमशीलता पारितंत्र में प्रमुख रूप से योगदान करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया जिसमें आंत्रप्रिन्योरशिप कैटलिस्ट अवार्ड (विद्यार्थियों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाले कॉलेजों को प्रदान किया गया), इन्नोवेशन एवांजेलिस्ट अवार्ड (विद्यार्थी नवप्रवर्तों को मार्गदर्शन देने वाले शिक्षकों को), ई-सेल अवार्ड (शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी उद्यमशीलता क्लब को सम्मान) शामिल है। युवाओं में उद्यमशीलता की भावना बढ़ाने के लिए सीवाईआई 2025 के तहत सामूहिक रूप से 50 टीमों को सम्मानित किया गया।

सीवाईआई 2025 के दौरान शीर्ष 10 विद्यार्थी स्टार्टअप्स ने साहसिक और प्रभावी नवप्रवर्तन प्रदर्शित किए जिसमें सेल्फ हीटिंग मील किट्स से लेकर लो कार्बन फुटवियर, एआई से युक्त रेस्क्यू बॉट्स और डिजिटल मेंटल हेल्थ प्लेटफॉर्म शामिल रहे। दूसरों से अलग विचारों में हीट एंड ईट का यात्रियों के लिए फायर फ्री फूड बॉक्स, आईआईटी दिल्ली से जीफुट का टिकाऊ शू सोल, न्यूरोक्सो लैब्स का किफायती प्रोस्थेटिक आर्म और रेज़ेन का ऑल इन वन वेलनेस ऐप शामिल रहे। चाहे वह शीसेफ के साथ सुरक्षा को नए सिरे से परिभाषित करना हो, मेमोटैग के जरिए देखभाल को बेहतर बनाना हो या अफोर्डा के साथ हॉस्पिटैलिटी को नई कल्पना के साथ पेश करना हो, इन उद्यमों ने भारत के युवाओं की रचनात्मकता, करुणा और प्रौद्योगिकीय ताकत परिलक्षित की है।

इस ग्रैंट फिनाले में 1,000 से अधिक लोग शामिल हुए जिनमें विद्यार्थी, अकादमिक नेता, स्टार्टअप संस्थापक, निवेशक और सरकार की ओर से गणमान्य व्यक्ति प्रमुख थे और इनकी उपस्थिति ने इसे देश में सबसे प्रभावशाली विद्यार्थी उद्यमशीलता आयोजन बनाया है।