
अगर आप पुराना समय याद करें, तो दिनभर हमारे पास काफी खाली समय हुआ करता था। घर और बाहर के काम करने के बाद भी, सुकून के पल बिताने का समय होता था। लेकिन आज के समय में, काम पूरा करने के लिए भी घंटे कम पड़ जाते हैं। इसका कारण है बढ़ता स्क्रीन टाइम। लैपटॉप और मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण, लोगों का स्क्रीन टाइम ज्यादा हो गया है। कुछ लोग 10-10 घंटे तक स्क्रीन पर आंखें टिकाकर रखते हैं। इससे आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नजर कमजोर हो जाती है। स्क्रीन टाइम ज्यादा होने के कारण मानसकि तनाव, एंग्जाइटी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। स्क्रीन टाइम का बुरा असर तो हम सब देख ही रहे हैं, लेकिन क्या हो अगर आप यह स्क्रीन टाइम कम कर लें। यानी दिनभर में मोबाइल और लैपटॉप या अन्य गैजेट्स पर बिताया हुआ समय कम हो जाए। आपको बता दें कि स्क्रीन टाइम कम करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इन फायदों पर आगे विस्तार से बात करेंगे।
खुद पर दया करो

अगर आप महामारी में घर से काम कर रहे हैं तो आप स्क्रीन से पूरी तरह दूर नहीं हो सकते हैं, क्योंकि काम के साथ ही मीटिंग और सहकर्मी से बात के लिए भी इसकी मदद चाहिए। लेकिन आप स्क्रीन टाइम कम करने की कोशिश जरूर करें, जैसे ब्रेक के वक्त स्क्रीन से दूर रहें।
देखें कि आप कहां कितना वक्त खर्च करते हैं

अगर आप अपनी आदत बदलना चाहते हैं तो पहले आप एक हफ्ते तक देखें कि आप अपना वक्त कहां लगाते हैं। इससे पता चलेगा कि आपका कंप्यूटर एवं मोबाइल स्क्रीन के सामने कितना वक्त गुजरता है। इसके लिए आप टीवी के टाइम को नोट करें। इसके बाद उन चीजों को देखें, जो आप आसानी से कम कर सकते हैं, जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, ट्वीटर पर ज्यादा वक्त गुजारना।
स्क्रीन टाइम को अपनी प्राथमिकताओं से जोड़े
स्क्रीन पर गुजरने वाला सभी वक्त एक जैसा नहीं होता है। इसलिए देखें कि आपकी जॉब और निजी जिंदगी के हिसाब से कौन से काम जरूरी हैं। आपके लिए घर पर वीडियो कॉल करना जरूरी हो सकता है, लेकिन आप इंस्टाग्राम की तस्वीरें देखने की आदत छोड़ सकते हैं।
कौन से काम बिना स्क्रीन के हो सकते हैं
आप अपने सहकर्मियों से फोन कॉल पर बात कर सकते हैं। वहीं अगर आपको कोई ट्रेनिंग देनी है तो आप उसका वीडियो बना सकते हैं, न कि आप बार-बार लोगों को जूम पर वही बातें बताएं। सोचने या रणनीति बनाने का कोई काम हो तो आप कंप्यूटर स्क्रीन से दूर हो सकते हैं।
नोटिफिकेशन बंद कर दें
हम सब कई नोटिफिकेशन की सेटिंग ऑन रखते हैं और फोन वाइब्रेट होने पर बार-बार चौंकते हैं। इसलिए काम के वक्त या इसके बाद कभी भी नोटिफेकेशन ऑन नहीं होनी चाहिए। इससे बार-बार आपका ध्यान भंग होता है और काम में ज्यादा समय लग जाता है। इसलिए अपने बॉस और अति-आवश्यक लोगों को छोडक़र सभी का नोटिफिकेशन ऑफ रखें।
स्क्रीन फ्री ब्रेक
- काम करते समय भी हर 40 मिनट पर एक स्क्रीन फ्री ब्रेक जरूर लें। ब्रेक में फेसबुक और गूगल न्यूज पढऩे की जगह थोड़ा पैदल टहलने की कोशिश करें। जब भी खाना या नाश्ता कर रहे हों, तब स्क्रीन से पूरी तरह दूर रहें।
- घर से बाहर टहलने के लिए जाएं।
- अपने घर में डिवाइस फ्री एरिया बनाएं। खासकर सोने के कमरे में कोई गैजेट नहीं होना चाहिए।
- एक बार में एक ही स्क्रीन देखें। काम करते समय टीवी या मोबाइल न देखें।
- ऐसे खेल खेलें, जो तकनीक से दूर हों।
- सोशल मीडिया का कम से कम इस्तेमाल करना सीखें।
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