बिहार चुनाव हार के बाद बोले सिब्बल, कहा-कांग्रेस ने शायद हर हार को नियति मान लिया

पटना। बिहार चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर पार्टी नेता कपिल सिब्बल ने टॉप लीडरशिप यानी सोनिया और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। सिब्बल ने कहा कि पार्टी ने शायद हर चुनाव में हार को ही नियति मान लिया है।

सिब्बल ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा, बिहार के चुनावों और दूसरे राज्यों के उप-चुनावों में कांग्रेस की परफॉर्मेंस पर अब तक टॉप लीडरशिप की राय तक सामने नहीं आई है। शायद उन्हें सब ठीक लग रहा है और इसे सामान्य घटना माना जा रहा है। मेरे पास सिर्फ लीडरशिप के आस-पास के लोगों की आवाज पहुंचती है। मुझे सिर्फ इतना ही पता होता है।

जनता शायद कांग्रेस को असरदार नहीं मान रही

सिब्बल का कहना है कि बिहार और उप-चुनावों के नतीजों से ऐसा लग रहा है कि देश की जनता कांग्रेस को प्रभावी विकल्प नहीं मान रही है। गुजरात उपचुनाव में हमें एक सीट नहीं मिली। लोकसभा चुनाव में भी यही हाल रहा था। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कुछ सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को 2त्न से भी कम वोट मिले। गुजरात में हमारे 3 कैंडिडेट्स की जमानत जब्त हो गई।

पार्टी लीडरशिप कमजोरियों को कबूलना नहीं चाहती

सिब्बल ने कहा कि पार्टी ने 6 सालों में आत्ममंथन नहीं किया तो अब इसकी उम्मीद कैसे कर सकते हैं? हमें कमजोरियां पता हैं, यह भी जानते हैं संगठन के स्तर पर क्या समस्या है। शायद समाधान भी सबको पता है, लेकिन इसे अपनाना नहीं चाहते। अगर यही हाल रहा तो पार्टी को नुकसान होता रहेगा। कांग्रेस की दुर्दशा से सबको चिंता है।

कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सुधार की जरूरत

सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के मेंबर नॉमिनेटेड हैं। सीडब्ल्यूसी को पार्टी के कॉन्स्टीट्यूशन के मुताबिक डेमोक्रेटिक बनाना होगा। आप नॉमिनेटेड सदस्यों से यह सवाल उठाने की उम्मीद नहीं कर सकते कि आखिर पार्टी हर चुनाव में कमजोर क्यों हो रही है?