
शूटिंग क्रांति के लिए यह सही समय
नई दिल्ली। पंजाब की 23 वर्षीय शूटिंग स्टार सिफ्त कौर समरा ने भारत की पहली शूटिंग लीग (शूटिंग लीग ऑफ इंडिया-एसएलआई) को देश में इस खेल के लिए एक “गेम-चेंजर” बताया है। एशियाई खेलों 2022 में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के फाइनल में विश्व रिकॉर्ड 469.6 अंक बनाकर इतिहास रचने वाली सिफ्त को उम्मीद है कि यह लीग न केवल शूटर्स, बल्कि फैन्स और भविष्य की प्रतिभाओं के लिए भी एक नया मंच तैयार करेगी।
सिफ्त ने कहा, “भारतीय शूटिंग में ऐसा पहली बार हो रहा है और मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा कदम है। आज भी लोग शूटिंग को लेकर बहुत कुछ नहीं जानते। लीग फॉर्मेट इस खेल को दर्शकों के करीब लाएगा और हमें शूटर के तौर पर एक नया प्लेटफॉर्म देगा—प्रतिस्पर्धात्मक रूप से भी और व्यक्तिगत तौर पर भी।”
अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहले ही कई पदक जीत चुकीं सिफ्त—जिनमें एशियन गेम्स का गोल्ड और सिल्वर और आईएसएसएफ वर्ल्ड कप का ब्रॉन्ज शामिल है, लीग के उस फॉर्मेट को लेकर खास तौर पर उत्साहित हैं जिसमें भारत के टॉप शूटर एक-दूसरे के खिलाफ टीम राइवलरी में उतरेंगे।
उन्होंने कहा, “हम आमतौर पर व्यक्तिगत या नेशनल टीम के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं। लेकिन इस लीग में हम एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे-शायद इंटरनेशनल शूटरों के साथ भी। यह नया है, रोमांचक है और निश्चित ही मजेदार भी होगा। इसमें हर शॉट अहम होता है-यहां कोई सेफ्टी नेट नहीं है, न रैंकिंग न क्वालिफिकेशन अंक। यह शुद्ध खेल है और लोग इसे देखना पसंद करेंगे।”