
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के लगातार सवाल पूछने से रोकने पर विपक्ष ने हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जूली को टोका और कहा कि हर प्रश्न में आप खड़े नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि सुबह से आप छह प्रश्न कर चुके हैं, जो आपके विधानसभा क्षेत्र से जुड़े भी नहीं थे। इस पर जूली ने आपत्ति जताई, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें आगे प्रश्न पूछने से रोक दिया।
सत्ता पक्ष की दमनकारी नीति- विपक्ष
इस पर विपक्ष ने कड़ा विरोध जताया और वेल में आकर नारेबाजी करने लगा। विपक्षी विधायकों का कहना था कि नेता प्रतिपक्ष को सवाल पूछने से रोका जाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है। उन्होंने इसे सत्ता पक्ष की दमनकारी नीति करार दिया। विपक्ष का जोरदार हंगामा जारी रहा, लेकिन इसके बावजूद प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रखी गई। सत्ता पक्ष के विधायक शांत बैठे रहे, जबकि विपक्षी सदस्य लगातार शोर-शराबा करते रहे।
कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि विपक्ष के सभी सदस्य अपनी सीट पर वापस जाएं वरना कठोर कार्यवाही का आदेश दिया जाएगा। इसके बावजूद विपक्षी विधायकों का विरोध जारी रहा। अध्यक्ष ने कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही।
विपक्ष का विरोध स्वरूप सदन से वाकआउट
विपक्ष के हंगामे के बीच आखिरकार प्रश्नकाल समाप्त कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष से अपील की कि आज सत्र का आखिरी दिन है, इसलिए इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलने देना सभी की जिम्मेदारी है। हालांकि विपक्ष ने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाए रखा और अंततः विरोध स्वरूप सदन से वाकआउट कर दिया।