
अलवर। गणेश चतुर्थी का पर्व शुक्रवार को श्रद्धा के साथ मनाया गया। शुभ मुहूर्त में लोगों ने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की। श्रद्धालुओं ने गणेश मंदिरों में पूजा अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया और परिवार की खुशहाली की मन्नत मांगी। सुबह से रात तक श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में पहुंचते रहे।
होपसर्कस के पास स्थित लालगेट गणेश मंदिर में गणेशजी की प्रतिमा का दूल्हे के रूप में शृंगार किया गया। संध्या आरती के बाद केक काटा गया। लालडिग्गी स्थित प्राचीन गणेश मंदिर में रामचरित मानस के पाठ के समापन के बाद हवन, कीर्तन व रात को भक्ति संगीत का कार्यक्रम हुआ।
त्रिपोलिया स्थित गणेश मंदिर में विशेष सजावट की गई और शाम को महाआरती हुई। गणपति महोत्सव समिति की ओर से समिति कार्यालय पर 5 दिवसीय गणपति महोत्सव की शुरूआत हुई। गणेशजी की प्रतिमा का अभिषेक किया गया। लालगेट स्थित गेट स्थित गणेश मंदिर से अखंड ज्योत लाई गई। संध्या आरती के बाद कीर्तन हुआ।
त्रिपोलिया महादेव मंदिर में आरती के बाद लड्डुओं का भोग लगाया गया और श्रद्धालुओं को हेलमेट वितरित किए। प्राच्य ज्ञान विज्ञान प्रचार प्रसार समिति की ओर से सूर्य नगर स्थित आश्रम में हृदयनाथ महाराज के सानिध्य में अष्ट गणपति की पूजा कर 501 लड्डुओं का भोग लगाया गया और आरती की गई।

शास्त्री नगर मेडिकल कॉलोनी स्थित सर्वेश्वर महादेव मंदिर में ढोल के साथ अखिल भारतीय हिंदू सेवादल के जिलाध्यक्ष मोहित पंडित द्वारा मंदिर में प्रतिमा लाई गई। शिवाजी पार्क स्थित सेक्टर 3 क शिव मंदिर में 5 दिवसीय गणपति महोत्सव प्रारंभ हुआ।
समिति अध्यक्ष दिनेश जादौन ने बताया कि गणेशजी प्रतिमा की स्थापना की गई। 14 सितंबर को जयसमंद में प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। मेहताब सिंह का नोहरा स्थित जयवीर हनुमान मंदिर में 3 दिवसीय गणपति महोत्सव का शुभारंभ हुआ। शाम को महाआरती हुई।
यह भी पढ़ें-अंकिता कपूर ने बिना टिकट वाले 123 यात्री पकड़े, चीफ सीसीएम ने किया सम्मान