स्टार्टअप इंडिया:अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में वैश्विक कोषों के साथ गोलमेज बैठक

दुनिया के लगभग 70 कोष ने भाग लिया

कई कोषों ने माना, भारत में सबसे नवीन राष्ट्र बनने की क्षमता है

नई दिल्ली । स्टार्टअप इंडिया अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “प्रारम्भ” के पहले दिन वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने 10 पीएम (आईएसटी), 8.30 एएम (पीएसटी, 16 जनवरी), 12.30 एएम (एसजीटी, 16 जनवरी) और 1.30 एएम (जेएसटी) पर वैश्विक कोषों के साथ एक गोलमेज बैठक का आयोजन किया। इस गोलमेज बैठक में अमेरिका, जापान, कोरिया, सिंगापुर के लगभग 70 वेंचर कैपिटल (वीसी) कोष निवेशकों और भारत के कुछ वैश्विक कोषों ने भाग लिया। इन कोषों की भारतीय क्षेत्र में एयूएम लगभग 41 अरब डॉलर और वैश्विक एयूएम 143 अरब डॉलर से ज्यादा है।

इस बैठक की अध्यक्षता वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने की और इसमें वैश्विक वीसी कोषों के साथ-साथ डीपीआईआईटी सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा, डीपीआईआईटी में संयुक्त सचिव श्री अनिल अग्रवाल और बड़े भारतीय नियामकों, नीति निर्माताओं ने भाग लिया। इस गोलमेज बैठक का उद्देश्य वैश्विक कोषों की चिंताओं को सुनना, वर्तमान भारतीय स्टार्टअप-वीसी इकोसिस्टम की प्रगति रिपोर्ट साझा करना और भारतीय नवाचारों में वैश्विक पूंजी जुटाने के उद्देश्य से भारत में निवेश के लिए आगे आने पर चर्चा करना तथा वैश्विक उपक्रम कोषों के लिए कारोबारी सुगमता का प्रोत्साहन देना था।

गोलमेज चर्चा में भारतीय स्टार्टअप्स के विकास की संभावनाओं, गिफ्ट सिटी में अवसर और वीसी-स्टार्टअप इकोसिस्टम का व्यापक अवलोकन जैसे विषयों को शामिल किया गया। इस सत्र में भारत सरकार से समाधानहासिल करने के लिए प्रमुख नियामकीय मुद्दों को भी रखा गया। बैठक में इस ओर संकेत किया गया कि भारत दुनिया का तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और पिछले एक दशक के दौरान इस इकोसिस्टम में नाटकीय बदलाव देखने को मिला है। 2020 की दूसरी छमाही में के- आकार का सुधार दर्ज किया गया है- शिक्षा, स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स, फूड डिलिवरी जैसे क्षेत्रों पर सकारात्मक असर रहा है, वहीं यात्रा और आतिथ्य सेवा क्षेत्र पर खासा नकारात्मक असर देखने को मिला है।

कुछ कोषों ने उल्लेख किया कि भारत में अगले 10-15 साल में दुनिया के सबसे नवीन राष्ट्र बनने की क्षमताएं हैं। कुछ भागीदारों ने भारत सरकार के इरादे, गति, नेतृत्व और देश में स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए उठाए गए कदमों व अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने पर सराहना की। उनके द्वारा कई सुझाव भी दिए गए, जिनसे क्षेत्र में निवेशकों की धारणा को मजबूती मिल सकती है। श्री गोयल ने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए कई कदम उठाए हैं और भविष्य में भी इस दिशा में काम करती रहेगी। उन्होंने स्टार्टअप्स को शुरुआती चरण में समर्थन उपलब्ध कराने के लिए वीसी को आमंत्रित किया, जिनसे उन्हें बड़ा आकार हासिल करने और विविधता लाने में सहायता मिलेगी।