प्रदेश बीजेपी नेताओं ने 8 राज्यों में संभाली कमान, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने ओडिशा में डाल रखा है ‘डेरा’

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जयपुर। लोकसभा चुनाव के छठे और सातवें चरण के लिए चुनाव प्रचार पीक पर है। इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश के बीजेपी नेताओं ने देश भर में अपनी संगठनात्मक कार्यशैली का दम दिखाया है। राजस्थान में 25 सीटों पर चुनाव संपन्न होते ही नेता दूसरे राज्यों में चुनावी दमखम दिखा रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम से लेकर मंत्रिमंडल, इतना ही नहीं संगठन के पदाधिकारियों ने भी दूसरे राज्यों में प्रचार का जिम्मा संभाला रखा है।

राजस्थान बीजेपी ने 8 राज्यों में 130 से अधिक नेताओं को चुनाव की जिम्मेदारी सौंप रखी है. प्रवासी मतदाताओं के साथ स्थानीय संगठनात्मक चुनावी रणनीति पर प्रदेश भाजपा के नेता काम कर रहे हैं। जिन राज्यों में चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं, वहां से आने वाले नेताओं ने दावा किया है कि देश में मोदी मैजिक जनता के सिर माथे बोल रहा है।

8 राज्यों में संभाला मोर्चा :

प्रदेश के 130 से अधिक भाजपा नेता तेलंगाना, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में अपनी संगठनात्मक कार्यशैली के दम पर मिशन 400 पार को पूरा करने में जुटे हैं। पार्टी की रणनीति के तौर पर देश भर में प्रवासी राजस्थानियों को साधने के लिए इस बार खास प्लान के तौर पर राजस्थान के नेताओं को दक्षिणी राज्यों की जिम्मेदारी दी गई है। सीएम भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने दूसरे राज्यों में भी चुनावी प्रचार किया. वहीं, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने 28 अप्रैल से ओडिशा में अपने साथी नेताओं के साथ डेरा डाल रखा है।

जोशी के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, मदन दिलावर, मंजू बाघमार के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ओडिशा में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए लगातार प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने तेलंगाना में चुनाव संपन्न होने के बाद देश की राजधानी दिल्ली में चुनावी कमान संभाल रखी है। चतुर्वेदी के साथ राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, विधायक जितेंद्र गोठवाल और महिला मोर्चा की नेत्रियों ने दिल्ली में फिर से सभी 7 सीटों पर हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव प्रचार में जुटी है।

अंतिम दो चरण वाले चुनाव फूंकी ताकत :

दक्षिणी राज्यों में चुनाव होने के बाद अधिकतर नेता अब राजस्थान लौटने लगे हैं. हरियाणा के चुनाव प्रभारी और बीजेपी की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने मंत्री सुमित गोदारा, विधायक बाबा बालक नाथ, सांसद सुमेधानंद सरस्वती, संतोष अहलावत और सीआर चौधरी और अशोक सैनी ने जाटलैंड की सभी 10 सीटों पर कमल खिलाने की जुगत में लगे हैं। वहीं, मंत्री झाबर सिंह खर्रा और गौतम दक पश्चिम बंगाल में तो मंत्री जोराराम कुमावत ने महाराष्ट्र में प्रवासी मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं।

प्रदेश के नेताओं ने संभाली जिम्मेदारी :

दूसरे राज्यों में प्रचार प्रसार के अलावा प्रधानमंत्री और अमित शाह की रैलियों की जिम्मेदारी भी राजस्थान के भाजपा नेता संभालते नजर आए। चुनाव प्रबंधन और प्रवास कार्यक्रमों के बेहतर समन्वय के चलते ही आंध्र प्रदेश में राजस्थान भाजपा के महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी और उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की रैली और जनसभा के प्रबंधन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

आंध्र प्रदेश के दौरे से लौटे महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी ने कहा कि आठ राज्यों में 130 से ज्यादा प्रदेश भाजपा नेता और मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों में प्रवास की जिम्मेदारी दी गई थी. जिन राज्यों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं, वहां से पदाधिकारी और मंत्री वापस लौट आए हैं।

वहीं, जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां पर अभी भी मंत्री और भाजपा नेता चुनाव प्रचार प्रसार का जिला संभाल रहे हैं। बगड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा अलग-अलग राज्यों में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जिस तरह का फीडबैक आ रहा है उससे साफ है कि भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ जीतने वाली है।

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