
निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए पीसीपीआईआर तैयार किया जा रहा है: आशुतोष ए.टी. पेडनेकर
जयपुर। दोनों देशों का उत्साह, भारत और यूएई दोनों के बीच व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता हैं। राजस्थान के कई व्यापारिक परिवारों की यूएई में प्रतिष्ठित उपस्थिति है। राजस्थान रत्न और आभूषण, सीमेंट, पेट्रोकेमिकल उत्पादों का सबसे बड़ा उत्पादक है और हम संयुक्त विकास के अवसरों में जुडऩे और भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के जीवंत उद्यमियों को आमंत्रित करते हैं। राजस्थान फाउडेशन NRRs (नॉन रेजिडेंट राजस्थानियों) के लिए व्यापार करने में आसानी की सुविधा पर काम कर रहा है और राज्य सरकार जल्द ही NRRs के लिए विशेष औद्योगिक क्षेत्रों की घोषणा करेगी। धीरज श्रीवास्तव, आयुक्त- राजस्थान फाउण्डेशन, राजस्थान सरकार ने यूएई और राजस्थान के उद्योग सदस्यों के साथ आयोजित इंटरेक्टिव सत्र के दौरान यह कहा।

आशुतोष ए.टी. पेडनेकर, प्रबंध निदेशक, राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम लिमिटेड (रिको) के ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर CII की पहल पर आयोजित इंटरनेशनल इंटरेक्शन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में व्यापार करने हेतु उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए 23 नए औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जा रहे हैं। बाड़मेर में पेट्रोलियम, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स इन्वेस्टमेंट रीजन (पीसीपीआईआर) की स्थापना व्यावसायिक संभावनाओं वाले पेट्रोलियम और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए की जा रही है। रक्षा और प्राकृतिक गैस राज्य में सिरेमिक और एग्रो और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्योगों के अलावा व्यापारीक सम्भावनाओं के क्षेत्र हैं। 100 करोड़ से अधिक निवेश करने वाले उद्योगों के लिए राज्य सरकार एक स्पेशल कस्टमाईज्ड पैकेज देगी। उद्योग सदस्यों और वक्ताओं का स्वागत करते हुए, विशाल बैद, अध्यक्ष, सीआईआई राजस्थान राज्य परिषद ने कहा कि भारतीय उद्योग परिसंघ का एक महत्वपूर्ण एजेंडा सीआईआई सदस्यों को दुनिया भर में कई हितधारकों के साथ जोडऩा हैं और एक स्थिर और भरोसेमंद साथी के रूप में भारतीय उद्योग को पेश करने में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाना है। भारतीय उद्योगों की ओर से सरकारों और अंतर सरकारी संगठनों मे प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है।
आयुक्त, निवेश प्रोत्साहन ब्यूरो (बीआईपी) अर्चना सिंह ने कहा, कि हम राज्य में किसी भी प्रस्तावित निवेश को सहयोग करनेे के लिए तैयार हैं। राजस्थान सरकार राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए बहुत ही आकर्षक राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना लेकर आई है। उसके अनुसार ऋण सब्सिडी बहुत ही आकर्षक प्रोत्साहन दरों पर एसएमई को प्रदान की जा रही है। उन्होंने राजस्थान में पर्यटन क्षेत्र, कृषि आधारित उद्योगों में जबरदस्त अवसर का भी उल्लेख किया। उद्योग विभाग उद्योग स्थापित करने और इसके प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में काम करने के लिए सभी संबंधित विभागों को संरेखित करने के लिए, आवश्यक सभी क्लियरेंस के लिए वन स्टॉप शॉप की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि राजस्थान राज्य में लैंडलॉक है, लेकिन निर्यात तैयारियों में इसे उच्च स्थान दिया गया है। वित्त मंत्रालय के कार्यालय के निदेशक (तेल क्षेत्र आपूर्ति केंद्र के उपाध्यक्ष) बॉम्बे में संयुक्त अरब अमीरात के पूर्व महावाणिज्यदूत मिर्जा अल सैय्यद ने प्राचीन संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि जब भारतीय यूएई में काम और व्यापार करना शुरू करते हैं तो 200 साल पीछे के संबंध ताजे हो जाते हैं। राजस्थान में पर्यटन की बहुत अच्छी संभावना है। माननीय पीएम मोदी ने हाल के दिनों में भारत यूएई संबंधों को मजबूत किया है और हम संबंधों को अगले स्तर तक ले जाना चाहते हैं। हमारे पास केमिकल और पेट्रोलियम क्षेत्र की विभिन्न कंपनियां हैं। यह यूएई और राजस्थान के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ाने का समय है। हम आशा करेते हैं कि महामारी के खत्म होने पर एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल को राजस्थान ले जायेगेंं।

यूएई के एडवोकेट अली अल जरोनी, फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर, होरीजोनस् एण्ड कम्पनी, यूएई ने कहा, कि हम 20 साल से भारतीय कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। वैश्विक मंदी के बावजूद संयुक्त अरब अमीरात सबसे अच्छा निवेश गंतव्य बनने का प्रयास कर रहा है। यूएई उद्योगों के हित में कानूनों को बदलने के लिहाज से सबसे अच्छे देशों में से एक है। यूएई आज यूरोप के साथ अपने संबंधों और कनेक्टिविटी के कारण दुनिया के लिए प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। जी आर मेहता, अध्यक्ष, राजस्थान व्यापार संवर्धन समूह (आरबीपीजी), दुबई ने प्रतिभागियों का परिचय दिया और अपने विचार साझा किए। मेहता ने कहा कि हमने सदियों से व्यापारीक सम्बन्धों को साझा किया हैं। पहले व्यापार में पारंपरिक वस्तुओं जैसे कि खजूर, मोती और मछलियों का प्रभुत्व था, परन्तु संयुक्त अरब अमीरात में तेल की खोज के बाद इसमें एक विषेश परिवर्तन आया हैं। सीआईआई, राजस्थान के निदेशक और प्रमुख नितिन गुप्ता ने कहा कि आज का सत्र यूएई उद्योग के सदस्यों के साथ संबंध मजबूत करने में एक कदम है। हम अन्य देशों के उद्योग सदस्यों के साथ भी इस तरह के सत्रों का आयोजन जारी रखना चाहेंगे। दुबई के आरबीपीजी के अध्यक्ष नवीन शर्मा ने कहा कि बातचीत को अधिक फलदायी बनाने के लिए हमने 10 – 12 सदस्यों को शॉर्टलिस्ट किया है जो राजस्थान ध् दुबई में व्यवसाय के अवसरों का पता लगाने के इच्छुक हैं और व्यवसाय करने के भी इच्छुक हैं। यूएई से भी हमारे पास 10 – 12 सदस्य हैं जो सीआईआई के साथ अपने व्यापार प्रस्तावों को साझा करेंगे। संजय साबू, उपाध्यक्ष, सीआईआई राजस्थान राज्य परिषद और प्रबंध निदेशक, वेंकटेस्वरा वायर्स ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।