जोधपुर में आरएसएस की 3 दिवसीय बैठक शुरू, संघ शताब्दी और सामाजिक परिवर्तन पर होगी बात

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जोधपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और संघ प्रेरित संगठनों की अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुक्रवार से जोधपुर में आरंभ हुई। इस तीन दिवसीय बैठक (5–7 सितम्बर) का शुभारंभ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र के समक्ष पुष्पार्चन कर किया। बैठक की शुरुआत संगठन मंत्र के सामूहिक वाचन से हुई। इस बैठक में संघ से प्रेरित 32 संगठनों के अखिल भारतीय पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।

इसमें छह सहसरकार्यवाहों के अलावा विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष आलोक कुमार, राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांता अक्का, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही, पूर्व सैनिक सेवा परिषद अध्यक्ष ले. जनरल विष्णु कांत चतुर्वेदी, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, संगठन मंत्री बी.एल. संतोष, वनवासी कल्याण आश्रम अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, सीमा जागरण मंच संयोजक मुरलीधर, सक्षम अध्यक्ष डॉ. दयाल सिंह पवार सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं।

विशेष सज्जा और प्रतीकात्मक प्रवेश द्वार

बैठक स्थल पर भारतीय इतिहास और बलिदान की झलक देखने को मिली। यहां 500 वर्ष पूर्व औपनिवेशिकता के विरुद्ध संघर्ष का प्रतीक रानी अबक्का द्वार और हल्दीघाटी द्वार से सभागार में प्रवेश की व्यवस्था की गई है। परिसर में भक्तिमति मीराबाई और खेजड़ली के पर्यावरण बलिदान की प्रतीक अमृता देवी की रंगोलियों से सज्जा की गई।

चर्चा के प्रमुख विषय

बैठक में वर्षभर के कार्यों और उनके अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा। प्रमुख विषयों में पंच परिवर्तन (सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवन, स्व-आधारित रचना, नागरिक कर्तव्य पालन), संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर किए जा रहे प्रयास शामिल हैं। बैठक का उद्देश्य विभिन्न संगठनों के बीच अनुभव साझा करना, दिशा-निर्धारण और समन्वय स्थापित करना है। यह समन्वय बैठक 7 सितम्बर को संपन्न होगी।

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