जयपुर। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) एवं वी. शक्ति ट्रस्ट दिल्ली के मध्य गुरुवार को एक “गैर वित्तीय” समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते ज्ञापन को नेहा गिरी राज्य मिशन निदेशक राजीविका एवं प्रज्ञा यादव “फाउंडर एवं ट्रस्टी-वी शक्ति फाउंडेशन” द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। नेहा गिरी ने बताया कि इस समझौते का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों, शिल्पकारों और लघु व्यवसायियों को उनके उत्पादों और कौशल को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। स्थानीय संसाधनों को ध्यान में रखते हुए उनकी आय को बढ़ाना, वित्तीय स्वतंत्रता की आपसी समझ तैयार करना। इसके साथ ही महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकते हुए लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता फैलाकर उन्हें सशक्त बनाने के समन्वित प्रयास करना है।
उन्होंने कहा कि राजीविका का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी), ग्राम संगठनों (वीओ) और क्लस्टर स्तरीय संघों (सीएलएफ) में संगठित करके उनको विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से प्रत्येक गरीब परिवार के लिए विविध रूप से आजीविकाओं को बढ़ावा देना है। गरीब एवं वंचित वर्ग की आय को बढ़ाने के लिए कृषि और गैर-कृषि क्षेत्रों में लघु और सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा दिया जाना है। राजीविका विभिन्न मार्ट एवं आउट लेट्स के माध्यम से निर्मित उत्पादों की बिक्री, सरकारी खरीद, ऑनलाइन बिक्री, निर्यात संवर्धन और सेवा क्षेत्र में अवसरों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दे रहा है।
वी शक्ति ट्रस्ट एक सार्वजनिक ट्रस्ट है, जो महिलाओं को कौशल एवं उनके संसाधनो को विकसित कर उनको प्रशिक्षण प्रदान करके उनमें आत्मविश्वास को बढ़ाता है, साथ ही महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता के साथ आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देता है। समावेशी अवसरों का सृजन करके सतत विकास को गति देता है जिससे महिलाएं अपने जीवन में बदलाव ला सकें, अपने समुदायों का उत्थान कर सकें एवं नवीन कार्यों के माध्यम से सृजन कर समतापूर्ण भविष्य में योगदान दे सकें। महिलाओं को उनकी आजीविका के लिए ऐसे अवसर प्रदान करना है जो संभावनाओं को साकार कर निरंतर एवं स्थाई आजीविका प्रदान करने में सहायक हो। राजीविका और वी शक्ति ट्रस्ट, सर्व प्रथम राजस्थान के अलवर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करते हुए, ग्रामीण उद्यमिता, क्षमता निर्माण और लैंगिक समानता पर मजबूती से कार्य एवं सहयोग करने पर सहमत हुए हैं।
इस अनुबंध का समग्र उद्देश्य अलवर में अपनी गतिविधियों की शुरुआत करके धीरे-धीरे पूरे राजस्थान में विस्तार करके महिलाओं के जीवन में समग्र विकास और सार्थक बदलाव लाने, लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के सरकारी प्रयासों को गति प्रदान करना है। यह समझौता पूर्ण रूप से गैर वित्तीय होगा। जिसमें स्वयं सहायता समूह सदस्यों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त कर क्षमता निर्माण कार्यशालाओं के लिए तकनीकी सहायता प्रदान कर विभिन्न क्षेत्रों में नए कौशल, पुनः कौशल विकास और कौशल उन्नयन कर छोटे व्यवसाय शुरू किये जा सकेंगे। वित्तीय साक्षरता के अंतर्गत बचत और ऋण को समझना, डिजिटल भुगतान का उपयोग करना, डिजिटल कौशल यथा स्मार्टफोन का उपयोग, डिजिटल ऐप्स, इंटरनेट सुरक्षा, ऑनलाइन मार्केटिंग करना हैं। इस दौरान विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
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