कुचलवाड़ा कला में अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण, दत्ता बोले – उनके विचारों से बनी प्रगतिशील भारत की नींव

Ambedkar Statue Unveiled in Kuchalwara Kala; Dutta Highlights His Progressive Vision
image source: via X (twitter)
  • कार्यक्रम में मंत्री, विधायक और समाजसेवियों ने की सहभागिता

Ambedkar Statue Unveiled : जयपुर ज़िले के ग्राम पंचायत कुचलवाड़ा कला में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के ओएसडी और राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि अंबेडकर ने अपना जीवन सामाजिक समानता और न्याय की लड़ाई के लिए समर्पित किया और उनके विचारों ने एक प्रगतिशील भारत की नींव रखी।

Ambedkar Statue Unveiled in Kuchalwara Kala; Dutta Highlights His Progressive Vision
image source: via X (twitter)

दत्ता ने अपने संबोधन में बताया कि अंबेडकर ने जाति प्रथा और छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई। उनका मानना था कि शिक्षा ही असली शक्ति है और बिना शिक्षा के इंसान अपने अधिकारों को नहीं पहचान सकता। उन्होंने महिलाओं और दलित वर्ग को बराबरी दिलाने के लिए कठोर प्रयास किए।

यह भी पढ़ें ; जयपुर में ‘कर्ण’ का मंचन : 22वीं पुण्य स्मृति पर सांस्कृतिक संध्या

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि एक क्रांतिकारी समाज सुधारक, शिक्षाविद और सच्चे राष्ट्रभक्त थे। उनका जीवन समानता, आत्मसम्मान, परिश्रम और संघर्ष का प्रेरणादायी संदेश देता है।

मंत्री ने यह भी कहा कि अंबेडकर का मानना था कि लोकतंत्र केवल सरकार की व्यवस्था नहीं बल्कि जीवन जीने का तरीका है। उन्होंने श्रमिकों और किसानों के हितों की रक्षा के लिए कई प्रावधान किए। समाज में असमानता और अन्याय को वे सबसे बड़ी बुराई मानते थे और कहते थे कि जब तक जाति व्यवस्था समाप्त नहीं होगी, भारत सच्चे अर्थों में स्वतंत्र नहीं हो सकता।

इस अवसर पर जहाजपुर-कोटड़ी विधायक गोपीचंद मीणा, निवाई-पीपलू विधायक रामसहाय वर्मा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान भामाशाह एवं समाजसेवी ठाकुर साहब रामसिंह शक्तावत को सम्मानित किया गया।