एसआई भर्ती रद्द करने की मांग पर अड़े बेनीवाल, बोले- सरकार ने खो दी संवेदनशीलता

हनुमान बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल

जयपुर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को जयपुर के शहीद स्मारक पर चल रहे धरने में राजस्थान की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं के मुद्दों को लेकर संवेदनहीन हो गई है और पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती को रद्द करना बेहद जरूरी है। सांसद बेनीवाल, जो 122 दिनों से एसआई भर्ती रद्द करने और राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पुनर्गठन की मांग को लेकर चल रहे धरने में शामिल हुए थे, ने मीडिया से कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी तो जिन मुद्दों पर वोट मांगती थी, सत्ता में आते ही उन्हें भूल गई है।

उन्होंने कहा कि एसआई भर्ती में पूर्व मुख्यमंत्री के पीएसओ सहित कई लोग एसओजी की गिरफ्त में आए हैं। ये गिरफ्तारियां इस बात को साबित करने के लिए काफी हैं कि भर्ती को रद्द किया जाना चाहिए। बेनीवाल ने कहा, “जब पुलिस में ही भ्रष्ट तंत्र के माध्यम से लोग भर्ती होंगे, तो वे जनता को कैसे न्याय दिलाएंगे?”  छात्र संघ चुनाव की मांग दोहराई: बेनीवाल ने छात्र संघ चुनाव की बहाली की मांग भी दोहराई। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने चुनाव नहीं होने दिए और अब भाजपा भी उसी राह पर चल रही है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनाव जरूरी हैं, क्योंकि यहीं से नेता मजबूत होकर जनता की आवाज उठाते हैं।

आरएलपी का संघर्ष जारी रहेगा

सांसद ने कहा कि उनकी पार्टी लगातार जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रही है। उन्होंने झालावाड़ स्कूल त्रासदी, एसआई भर्ती रद्द करने और आरपीएससी के पुनर्गठन जैसे मुद्दों को सदन और सदन के बाहर उठाया है। बेनीवाल ने दावा किया कि हाल ही में जोधपुर जिले की बावड़ी पंचायत समिति के एक वार्ड के उपचुनाव में आरएलपी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को तीसरे और चौथे नंबर पर धकेल दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले पंचायती राज चुनावों में भी दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को करारा जवाब दिया जाएगा।

विभिन्न संगठनों ने दिया ज्ञापन

शहीद स्मारक पर धरने में बैठे चूरू जिले की ट्रक यूनियन, क्रेशर एसोसिएशन और मंडी व्यापारियों ने भी सांसद बेनीवाल को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। ट्रक यूनियन ने परिवहन विभाग की मनमानी नीतियों के खिलाफ भारी जुर्माने से राहत मांगी, जबकि मंडी व्यापारियों ने मंडी यूजर टैक्स का विरोध किया। बेनीवाल ने दोनों मामलों को लेकर अधिकारियों से फोन पर बात कर समाधान की मांग की। सांसद ने नावां विधानसभा क्षेत्र के लालास गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध मौत के मामले को लेकर भी डीजीपी और एसपी से बात की। उन्होंने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या का मामला बताते हुए आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की।

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