जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, संत श्री साई नितिन राम और सिंधु सेवा समिति(रजि.) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमृत राजपाल ने अयोध्या में प्रभु झूलेलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण और प्रभु झूलेलाल की आरती के साथ दीप प्रज्ज्वलन करके 73 वें प्रभु झूलेलाल महोत्सव का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवनानी का शॉल ओढाकर व पुष्प गुच्छ व पाखर भेंट कर अभिनंदन किया। इस मौके पर देवनानी ने स्नातक और परास्नातक में उत्कृष्ट युवाओं को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर पुरस्कृत किया।
देवनानी ने कहा कि अयोध्या एक नगर के साथ आध्यात्म और मर्यादा की पावन स्थली है। यहाँ भगवान श्रीराम ने सत्य और त्याग का संदेश दिया, वहीं प्रभु झूलेलाल ने समाज को साहस, न्याय और एकता की राह दिखाई। समाज के इन दोनों आदर्शों ने आध्यात्म और संस्कृति को नई दिशा दी। श्री देवनानी ने कहा कि सिंधी समाज ने विभाजन का दुःख सहने के बाद भी अपनी संस्कृति को जीवित रखा। आज भी सिंधी समाज अपने परिश्रम, सेवा और संस्कार की पहचान से पूरे भारत और विश्व में गौरव बढ़ा रहा है।
देवनानी ने कहा कि यह महोत्सव हमें याद दिलाता है कि ज्ञान हमारा हथियार है, संस्कृति हमारी पहचान है और समाज सेवा हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। आज जब दुनिया हिंसा और तनाव से जूझ रही है, तब झूलेलाल का संदेश सत्य पर डटे रहो, न्याय का साथ दो और सबको एक मानो और भी प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने प्रभु झूलेलाल से आशीर्वाद की कामना करते हुए कहा कि समाज में प्रेम और सद्भावना बनी रहे और भारत पुनः विश्वगुरु बने।
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