धौलपुर। पूर्वी राजस्थान के प्रसिद्ध तीर्थस्थल तीर्थराज मचकुंड में दो दिवसीय लक्खी मेला गुरुवार को शुरू हो गया। मेले के पहले दिन, ऋषि पंचमी के मौके पर संतों और महंतों ने पवित्र स्नान किया। शुक्रवार को देवछठ के दिन भी पर्व स्नान होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।
मेले में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है, जो देर रात तक जारी रहेगा। प्रशासन, पुलिस और नगर परिषद ने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए हैं। मेले के पहले दिन संतों का शाही स्नान हुआ। मंगल भारती हनुमान मंदिर के महंत रणछोड़ दास की अगुवाई में संतों को शोभायात्रा के साथ मचकुंड सरोवर तक ले जाया गया। इसके बाद, महंत रणछोड़ दास, महंत कृष्ण दास, महंत रामदास और अन्य संतों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सरोवर में पर्व स्नान किया।
ऋषि पंचमी के कारण, श्रद्धालु भी मचकुंड पहुंचे और अपने पूर्वजों के चबूतरों पर पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने ऋषि पंचमी की कथा सुनी और मंदिरों में भी पूजा-पाठ किया। इसके अलावा, संतों को भोजन कराया गया और श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य भी किया।
शुक्रवार को देवछठ के मौके पर श्रद्धालु पर्व स्नान करेंगे और मोहर एवं मोहरियों को जल में विसर्जित करेंगे। मचकुंड मेले में सबसे ज्यादा श्रद्धालु मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से आते हैं। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए गोताखोर और नावों की व्यवस्था की गई है, और पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने आज दिन में मेला क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
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