अलवर। शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को अलवर में शिक्षा अधिकारियों और प्रधानाचार्यों के साथ एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे नवाचारों पर चर्चा की और महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। कार्यक्रम में वन राज्यमंत्री संजय शर्मा भी मौजूद थे।
‘राजस्थान को शिक्षा में सर्वोच्च बनाने का जिम्मा’
मंत्री दिलावर ने कहा कि राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्र में देश में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाना अधिकारियों और प्रधानाचार्यों की जिम्मेदारी है। उन्होंने शिक्षकों से विद्यार्थियों को संस्कारित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने शिक्षकों से विवेकानंद और शिवाजी जैसे व्यक्तित्व तैयार करने का आह्वान किया और कहा कि जल्द ही सभी शिक्षकों को परिचय पत्र दिए जाएंगे।
नवाचार और सुधार पर चर्चा
शिक्षा मंत्री ने विभिन्न सरकारी योजनाओं और पहलों पर चर्चा की, जिनमें ‘मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान’, पीएम विद्यालय, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और आईसीटी लैब शामिल हैं। उन्होंने प्रधानाचार्यों से ‘हरियालो राजस्थान अभियान’ के तहत पेड़ लगाने, विद्यालयों के विकास में भामाशाहों की भूमिका सुनिश्चित करने और सभी विद्यालयों में नियमित रूप से सूर्य नमस्कार कराने को कहा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि शिक्षक कक्षा के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें। प्रधानाचार्यों ने भी अपने नवाचार साझा किए, जैसे कि वीडियो के जरिए रोचक शिक्षण और नए शिक्षकों के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित करना। मंत्री ने सरकार द्वारा बड़ी संख्या में की गई पदोन्नतियों का भी उल्लेख किया और शेष पदोन्नतियों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
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