श्रीगंगानगर। कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ी और गुप्त कार्रवाई करते हुए बीज व्यवसाय में चल रही भारी अनियमितताओं का भंडाफोड़ किया है। मंत्री ने बुधवार को रीको इंडस्ट्रियल एरिया में अचानक छापेमारी की, जहां 6 बीज फैक्ट्रियों को सीज कर दिया गया। जांच में सामने आया कि ये फैक्ट्रियां किसानों से सस्ती दरों पर फसल खरीदकर उनसे बीज तैयार कर रही थीं। इन बीजों पर चमकदार रंगों की कोटिंग की जा रही थी और फिर उन्हें ब्रांडेड पैकिंग में 10 गुना ज्यादा कीमत पर बाजार में बेचा जा रहा था। फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में ऐसा तैयार बीज स्टॉक किया गया था, जिसे जब्त कर लिया गया है। मंत्री मीणा ने कहा कि यह किसानों की मेहनत और भरोसे के साथ खिलवाड़ है। किसी भी बोरी पर आवश्यक जानकारी जैसे बुकरम पर्ची नहीं मिली, जिससे साफ है कि नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था।
किसान इन ब्रांड्स पर भरोसा कर बीज खरीदते हैं, ये धोखाधड़ी है- मीणा
विशेषज्ञों द्वारा की गई जांच में इन बीजों को नकली पाया गया। मंत्री ने कहा, यह किसानों के साथ धोखाधड़ी है। किसान इन ब्रांड्स पर भरोसा कर बीज खरीदते हैं, लेकिन ये बीज अपेक्षित उत्पादन नहीं देते। उन्होंने बताया कि बड़ी मात्रा में नकली बीज जब्त किए गए हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है, जिससे किसानों की मेहनत और आर्थिक स्थिति दोनों पर असर पड़ रहा है।
किशनगढ़ की भी कई फैक्ट्रियों में पाए गए नकली खाद- मीणा
कृषि मंत्री मीणा ने बताया कि इससे पहले उन्होंने अजमेर के किशनगढ़ में भी कई फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया था, जहां नकली खाद और विभिन्न ब्रांडों के जाली बैग पाए गए थे। उस दौरान भी कई स्नढ्ढक्र दर्ज की गई थीं और संबंधित फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया था। सरकार अब इस पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है।मीणा ने यह भी स्पष्ट किया कि किसानों को गुमराह करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरे प्रदेश में इस तरह की फैक्ट्रियों की पहचान कर कार्रवाई की जाए।
मंत्री की इस सक्रियता को किसानों के हितों की रक्षा की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि फैक्ट्रियों में दर्जनों ड्रम रंगीन और रासायनिक सामग्री के पाए गए, जिनका उपयोग बीजों की कोटिंग के लिए हो रहा था। मंत्री ने मौके से विभिन्न बीजों के नमूने लिए हैं और जांच के आदेश दिए हैं। मंत्री ने चेतावनी दी है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कृषि मंत्री की यह कार्रवाई बीज गुणवत्ता को लेकर प्रशासन की गंभीरता और पारदर्शिता की दिशा में एक सख्त संदेश मानी जा रही है।