हीरालाल नागर ने अतिवृष्टि प्रभावितों को त्वरित राहत देने के दिए निर्देश

हीरालाल नागर
हीरालाल नागर
  • किसानों की गिरदावरी शीघ्र करने पर दिया जोर

बूंदी। ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं बूंदी जिले के प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर ने शुक्रवार को जिले में अतिवृष्टि से उपजे हालातों और प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत कार्यों की गहन समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावितों तक राहत पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिले में अब तक हुई मानसूनी वर्षा के आंकड़ों, अतिवृष्टि के कारण हुए विभिन्न प्रकार के नुकसान, और आपदा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को दी जाने वाली सहायता की विस्तार से समीक्षा की।

उन्होंने विशेष रूप से आकाशीय बिजली गिरने तथा पानी में डूबने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा स्वीकृत करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिला प्रभारी मंत्री ने सभी विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राहत का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचे। प्रभारी मंत्री नागर ने बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए सरकारी भवनों, विशेषकर स्कूलों, अस्पतालों और आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत के प्रस्तावों पर भी चर्चा की। उन्होंने एसडीआरएफ के नियमों के तहत विभिन्न विभागों से प्राप्त मरम्मत प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन भवनों की मरम्मत का कार्य शीघ्रता से सुनिश्चित किया जाएं, ताकि आमजन से जुड़ी आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।

किसानों की पीड़ा को समझते हुए, प्रभारी मंत्री ने बैठक का मुख्य फोकस फसल खराबे पर रखा। उन्होंने कृषि विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार खराब हुई फसलों की गिरदावरी का कार्य अविलंब पूरा करवाया जाएं। उन्होंने कहा, “किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इस आपदा की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। यह सुनिश्चित करें कि गिरदावरी पूरी पारदर्शिता के साथ और समय पर हों, ताकि किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा और फसल बीमा का लाभ दिलाया जा सकें।”

बैठक में जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने प्रभारी मंत्री को जिले की समग्र स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं। जिला कलक्टर ने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल, भोजन, पेयजल और चिकित्सा सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई हैं। उन्होंने एसडीआरएफ के तहत प्राप्त विभिन्न प्रस्तावों और उन पर की जा रही कार्यवाही का भी विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में जिला प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा, जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल, जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा, नैनवां प्रधान पदम नागर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।

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