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राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने दी सभी खिलाड़ियों को बधाई
जयपुर। एथेंस में आयोजित अंडर-17 अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में भारत की बेटियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का परचम लहराया। भारत ने इस प्रतियोगता में कुल पदक जीते हैं, जिसमें राजस्थान की महिला पहलवानों का प्रदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा। अश्विनी विश्नोई ने 65 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाया। कोमल वर्मा ने 49 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया। इस शानदार उपलब्धि पर राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है – राजस्थान जल्द ही कुश्ती के क्षेत्र में देश का सिरमौर बनेगा।
उन्होंने कहा, “राजस्थान की कुश्ती प्रतिभाओं को हर आवश्यक सुविधा दी जाएगी ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए और अधिक पदक जीत सकें।” राजीव दत्ता के कुश्ती संघ अध्यक्ष बनने के बाद राजस्थान की कुश्ती लगातार तरक्की के पथ पर अग्रसर है। बीते कुछ प्रमुख आयोजनों में राजस्थान की उपलब्धियाँ इस प्रकार रही हैं:
- राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप, नागपुर: कुल 12 पदक
- अंडर-17 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप, पलवल: कुल 14 पदक
- सीनियर फेडरेशन कप, फगवाड़ा: कुल 8 पदक
- अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप, कोटा: कुल 8 पदक
- जॉर्डन में एशियन कुश्ती चैंपियनशिप: 1 स्वर्ण पदक
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स, पटना: 2 स्वर्ण सहित कुल 9 पदक
इन उपलब्धियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाला एक मजबूत कुश्ती केंद्र बनता जा रहा है। इस अवसर पर भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री बृज भूषण शरण सिंह से श्री राजीव दत्ता की विशेष मुलाकात भी हुई। सिंह ने उन्हें इस अभूतपूर्व सफलता पर बधाई दी और आशा जताई कि उनके नेतृत्व में राजस्थान निकट भविष्य में देश का सबसे बड़ा कुश्ती केंद्र बनेगा। भारत लौटने पर सभी पदक विजेता खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया जाएगा।
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