- सेवा शिविर: सभी विभाग एक मंच पर, आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान
- पट्टा वितरण: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय पट्टों व योजनाओं का लाभ
- मानव स्पर्श: डॉ. पृष्टी ने खुद बैठकर सुनी लोगों की समस्याएं
Integrated Camps in Sawai Madhopur सवाईमाधोपुर जिले में सेवा शिविरों का निरीक्षण करते हुए प्रभारी सचिव एवं प्रमुख शासन सचिव (नगरीय विकास एवं आवासन) डॉ. देबाशीष पृष्टी ने ग्रामीणों और शहरी बाशिंदों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार 17 सितम्बर से 17 अक्टूबर तक राज्यभर में सेवा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य विभिन्न योजनाओं और सेवाओं को लोगों तक सीधे पहुँचाना है।
बलरिया गांव में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर के दौरान डॉ. पृष्टी ने लोगों को स्वास्थ्य जांच, पोषण किट, बीमा, फसल-बीज वितरण, राजस्व व जेवीवीएनएल से जुड़ी सेवाओं सहित कई योजनाओं का लाभ दिलवाया। उन्होंने लाभार्थियों को आवासीय भूमि पट्टे और प्रधानमंत्री फसल बीमा पॉलिसी वितरित की और स्थल पर पौधारोपण भी किया। इस दौरान उन्होंने हर घर कचरा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. पृष्टी ने स्वयं शिविर में मौजूद एक वृद्ध महिला के पास बैठकर उसकी बात सुनी और अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। बच्चों से स्कूल और बुजुर्गों से पशु उपचार संबंधी समस्याओं पर चर्चा कर उन्होंने शिविर में संवेदनशीलता का उदाहरण पेश किया।
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शहरी क्षेत्र में गीता देवी अग्रवाल बालिका माध्यमिक विद्यालय (आदर्श नगर) में आयोजित शिविर में उन्होंने आमजन को पट्टा वितरण, राशन, पानी-विद्युत जैसी बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए अधिकाधिक भागीदारी करने को कहा। उन्होंने बताया कि नगर निगम, नगर परिषद, यूआईटी, हाउसिंग बोर्ड क्षेत्रों में यह शिविर 17 अक्टूबर तक चलेंगे।
एक बुजुर्ग की आवेदन प्रक्रिया खुद शुरू करवाते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा। डॉ. पृष्टी ने अधिकारियों को पट्टा आवेदनों के समयबद्ध निस्तारण, उचित रिकॉर्ड संधारण और संवेदनशीलता से काम करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) को शिविरों के प्रचार-प्रसार के निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए गए कि लापरवाह कार्मिकों की गोपनीय सूची बनाकर उच्च स्तर पर भेजी जाए।