जयपुर: राजस्थान में 17 अगस्त को होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने सख्त नियम जारी किए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे परीक्षा से पहले हाथों में मेहंदी न लगाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई अभ्यर्थी मेहंदी लगाकर परीक्षा देने आता है तो उसे एफिडेविट देना होगा।
एक अभ्यर्थी द्वारा सोशल मीडिया पर पूछे गए सवाल के जवाब में आलोक राज ने कहा कि, “अगर महिलाएं या हमारी बहनें 17 अगस्त को पटवारी परीक्षा में बैठ रही हैं, तो बेहतर होगा कि वे मेहंदी लगाना टालें, क्योंकि मेहंदी से बायोमेट्रिक अटेंडेंस में दिक्कत होगी।” उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी कारणवश मेहंदी लगी हो, तो अभ्यर्थी को एक हलफनामा देना होगा।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा एक तरह का व्रत ही है, इसलिए अभ्यर्थियों को संयम बरतना चाहिए, क्योंकि “मेहनत की मेहंदी जिंदगीभर रचेगी।”
आलोक राज ने बताया कि बोर्ड ने परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई उपाय किए हैं। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान अभ्यर्थियों का फेस स्कैनिंग और बायोमेट्रिक अटेंडेंस ली जाएगी। इसके साथ ही हैंडराइटिंग का सैंपल और वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई फर्जी अभ्यर्थी नौकरी हासिल न कर सके। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच के दौरान किसी भी अभ्यर्थी के इनरवियर उतरवाने के कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं। उन्होंने जींस पहनने से भी बचने की सलाह दी और कहा कि अगर मेटल बटन वाली जींस हो तो उसे जांच के दौरान अच्छे से चेक कर लिया जाए। जनेऊ पहनने की अनुमति होगी।
बता दें कि राजस्थान में 17 अगस्त को दो पालियों में 3705 पटवारी पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पौने सात लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे।
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