जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को राजधानी जयपुर स्थित बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण अभियानों का शुभारंभ किया। यह समारोह शिक्षा के प्रति शिक्षकों के समर्पण और योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए ‘प्रखर राजस्थान 2.0’ अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य इन कक्षाओं के छात्रों के शैक्षिक स्तर में सुधार लाना और उनकी सीखने की क्षमता को बढ़ाना है। यह अभिनव पहल शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में सहायक होगा। इसके साथ ही, उन्होंने राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के लिए एक नई ‘ऑन डिमांड’ परीक्षा प्रणाली का भी शुभारंभ किया। यह नवाचार विद्यार्थियों को अपनी सुविधानुसार परीक्षा देने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे वे अपनी गति से सीख सकेंगे और अपनी शिक्षा जारी रख सकेंगे। यह विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद होगा जो किसी कारणवश नियमित कक्षाओं में शामिल नहीं हो पाते हैं।
समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री ने ‘शिक्षक दिवस विशेषांक शिविरा पत्रिका’ और ‘शिक्षक सम्मान पुस्तिका’ का भी विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रदेश से चयनित उन शिक्षकों को ‘शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित किया, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्यों और नवाचारी शिक्षण विधियों से विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
अपने संबोधन में, शर्मा ने शिक्षकों की भूमिका को ‘राष्ट्र निर्माता’ बताते हुए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि एक सशक्त और विकसित राष्ट्र का निर्माण तभी संभव है जब उसकी नींव मजबूत हो, और यह नींव हमारे शिक्षक ही रखते हैं। शिक्षक केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाते, बल्कि वे बच्चों में नैतिक मूल्यों, अनुशासन और देशभक्ति का संचार भी करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और शिक्षा के हर स्तर पर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के कल्याण और उनकी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी निरंतर प्रयास कर रही है, क्योंकि उनका सम्मान और सशक्तिकरण ही प्रदेश की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा।