जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीतिक दूरदर्शिता और विपक्ष में उनकी भूमिका को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी समय-समय पर देश और सरकार को गंभीर मुद्दों पर पहले ही आगाह करते रहे हैं, लेकिन सरकार ने कभी उनकी चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। गहलोत ने कहा, “ये राहुल गांधी जी की बहुत बड़ी खासियत है। चाहे कोरोना आया हो या गलवान में चीन का कब्जा हुआ हो, तब से लेकर आज तक मैं देख रहा हूं कि उन्होंने हर बार सरकार को एडवांस में चेताया है।
यही विपक्ष की भूमिका होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते राहुल गांधी को देश-विदेश से लगातार फीडबैक मिलता है, जैसे सत्तारूढ़ दलों को मिलता है। गहलोत बोले, “नेता प्रतिपक्ष भी देश-विदेश से फीडबैक लेते हैं, मीडिया से, विदेशी एजेंसियों से, या अन्य माध्यमों से उन्हें सूचनाएं मिलती हैं। उन्हीं सूचनाओं के आधार पर वे देश को चेताते हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “राहुल गांधी जी का असेसमेंट कई बार सही साबित हुआ, लेकिन सरकार ने उसे नजरअंदाज किया और अंत में खुद ही मुसीबत झेली।” अशोक गहलोत ने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष की बातों को नजरअंदाज करना लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए खतरनाक है और इससे देश को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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