जयपुर: भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एवं अनुसंधान केंद्र की एक हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जयपुर के सांगानेर क्षेत्र में महिलाओं में कैंसर के मामले पुरुषों की तुलना में चिंताजनक रूप से अधिक पाए गए हैं। यह स्थिति पूरे राजस्थान के औसत से बिल्कुल उलट है, जहां पुरुषों में कैंसर का अनुपात महिलाओं से डेढ़ गुना ज्यादा है।
अस्पताल के क्लिनिकल डायरेक्टर डॉ. एस. जी. काबरा ने बताया कि 2020 से 2024 के बीच, राजस्थान से आए 14,512 कैंसर रोगियों के डेटा का विश्लेषण किया गया। इसमें पुरुषों और महिलाओं का अनुपात 1.5:1 रहा। हालांकि, जब सांगानेर क्षेत्र के 23 रोगियों का डेटा अलग से देखा गया, तो 15 महिलाएं और 8 पुरुष कैंसर से पीड़ित पाए गए, जो कि एक विपरीत स्थिति है।
प्रदूषित पानी बन रहा है मुख्य कारण
रिपोर्ट के अनुसार, सांगानेर में कपड़ा और अन्य उद्योगों से निकलने वाले जहरीले रसायन पानी के स्रोतों को प्रदूषित कर रहे हैं। इस दूषित पानी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती में हो रहा है। इन रसायनों में कैंसर पैदा करने वाले तत्व और हार्मोन बाधक शामिल हैं, जो हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं।
डॉ. काबरा ने बताया कि महिलाओं में थायरॉइड, स्तन, अंडाशय और गर्भाशय जैसे हार्मोन-संवेदनशील अंग होते हैं, जिससे वे इन प्रदूषकों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं। इसके अलावा, महिलाओं के शरीर में वसा ऊतक अधिक होने के कारण ये जहरीले तत्व लंबे समय तक जमा रहते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
प्रमुख कैंसर के प्रकार
पूरे राजस्थान में पाए जाने वाले शीर्ष पांच कैंसर में होठ, मुखगुहा और गला (31.55%), पाचन अंग (14.90%), स्तन (12.17%), श्वसन अंग (11%) और महिला जननांग (8.19%) के कैंसर शामिल हैं।