जयपुर। देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राजधानी जयपुर एक ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। पहली बार ज्योतिष अखाड़ा परिषद एवं ज्योतिष समाज की प्रमुख पीठ की स्थापना जयपुर में की जाएगी। इसकी औपचारिक घोषणा 27 जुलाई को आयोजित ज्योतिष महाकुंभ कार्यक्रम के दौरान की जाएगी।
इस महाकुंभ का आयोजन वैशाली नगर स्थित एक निजी होटल के सभागार में होगा, जिसकी अगुवाई रघुनाथ धाम ज्योतिष एवं आध्यात्मिक शोध संस्थान के स्वामी सौरभ राघवेंद्र आचार्य महाराज कर रहे हैं। इस आयोजन में देशभर के 1100 से अधिक नामचीन ज्योतिषाचार्य, भागवत आचार्य, वैदिक विद्वान और आध्यात्मिक गुरु भाग लेंगे और उन्हें संस्था की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा।
प्रमुख अतिथियों में होंगे ये विद्वान:
कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख ज्योतिषाचार्यों में शामिल हैं:
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लाल किताब विशेषज्ञ जी.डी. वशिष्ठ
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ज्योतिषाचार्य डॉ. अजय भांबी (दिल्ली)
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अनिल वत्स (वैदिक कुंडली विशेषज्ञ)
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दिनेश गुरुजी (इंदौर)
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कैप्टन लेखराज शर्मा (सामुद्रिक विज्ञान विशेषज्ञ)
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शुभेष शर्मन (कर्मकांड विशेषज्ञ)
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अरुण बंसल (फ्यूचर पॉइंट संस्थापक)
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डॉ. मोनिका करण (मेडिकल साइंस एस्ट्रोलॉजर)
साथ ही टैरो कार्ड रीडर, तंत्र साधक, हस्तरेखा विशेषज्ञ और अनेक भागवत आचार्यगण भी उपस्थित रहेंगे।
होगा सम्मान, ज्ञान और संस्कृति का संगम:
महाकुंभ के दौरान विद्वानों के योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से उनका सार्वजनिक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, यह आयोजन भारतीय वैदिक संस्कृति, ज्योतिषीय ज्ञान और आध्यात्मिक मूल्यों को संरक्षित और प्रचारित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
प्रमुख उद्देश्य:
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ज्योतिष और आध्यात्मिक विज्ञान को एक नई पहचान देना
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युवा पीढ़ी को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ना
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ज्योतिषियों के लिए एक संगठित मंच प्रदान करना
यह ऐतिहासिक आयोजन न केवल ज्योतिष विद्वानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा, बल्कि जयपुर को भारतीय ज्योतिषीय परंपरा के वैश्विक केंद्र के रूप में भी स्थापित करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम होगा।