किरोड़ी ने कहा— हनुमान बेनीवाल कर रहे हैं केवल बयानों की राजनीति
एसआई भर्ती मामले को परीक्षा के दिन से किरोडी ने सरकार के सामने रखा था
एसआई भर्ती को अब कोर्ट ने रदद किया तो सरकार अपील में न जाकर केवल परीक्षा दोबारा कराने पर ध्यान दे
— सचिन शर्मा —
जयपुर। प्रदेश के कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि उनके पर सांसद हनुमान बेनीवाल दृवारा लगाए गए आरोप यदि वे सिद्व कर दें तो वे अपनी जान भी देने को तैयार हैं। केवल बडबोलेपन में ओछी राजनीति करने का प्रयास करने की बात किरोडी लाल मीणा ने कही। वे आज यहां दुर्गापुरा कृषि संस्थान में आयोजित कृषि एवं उद्यानिकी विभाग की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एक टीवी चैनल पर एक दिन पहले ही लाइव शो के दौरान उनकी एसआई भर्ती के मामले को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल से तीखी बहस हो गई थी। इस बहस के दौरान दोनों ही नेताओं ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के तीखे आरोप लगाए थे। किरोडी ने कहा कि जब उन्होंने प्रदेश में नकली फर्टीलाइजर और बीज के खिलाफ कुछ फर्मों पर छापेमारी का एक्शन लिया तो सबसे ज्यादा परेशानी हनुमान बेनीवाल को ही हुई थी। किरोडी ने कहा कि वे जनता के नेता हैं और जनता ने ही उन्हें चुनकर विधानसभा तक पहुंचाया है, ऐसे में वे केवल जनता के ही हित की बात करते हैं हो सकता है उनकी बातों से सत्ता को भी परेशानी हो, लेकिन यही उनका दायित्व और स्टाइल है।
किरोडी लाल मीणा ने कहा कि उनके पास हनुमान बेनीवाल के खिलाफ काफी कुछ दस्तावेज और सबूत हैं, लेकिन वे अभी इसे उजागर नहीं करना चाहते, वे परेशानी में आ जाएंगे। किरोडी ने कहा कि वे संघ के कार्यालय में सदा से एक्टिव रहे हैं, लेकिन बीच में कुछ मतभेद के चलते वे पार्टी छोडकर भी गए और बाद में पार्टी के बुलाने पर पार्टी में वापस भी आ गए। किरोडी ने कहा कि वे जनता के मुदृदे उठाते आए हैं और उठाते रहेंगे, बेनीवाल के तरह केवल एक जाति विशेष की राजनीति नहीं करेंगे।
किरोडी ने इस अवसर पर खरीफ की फसल के लिए अप्रेल से अगस्त तक की अवधि की समीक्षा भी की और कहा कि केन्द्र से मिले खाद और बीज में यूं तो आपूर्ति अच्छी हुई है, लेकिन फिर भी अभी और इसे बढाए जाने की जरुरत है। यूरिया के हरियाणा व अन्य राज्यों में डायवर्जन पर उन्होंने कहा कि वे इसे काफी हद तक रोकने में सफल हुए हैं। किरोडी ने इस अवसर पर कार्य में लापरवाही पर कुछ अधिकारियों कोेे फटाकार भी लगाई और उन्हें कार्य में सुधार के लिए कहा।