जयपुर । राज्यमंत्री ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, राजस्थान सरकार व जिला प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने रविवार को बजट घोषणाओं, विभागवार उपलब्धियों तथा जनकल्याणकारी कार्यक्रमों एवं जिले में अतिवृष्टि से उपजे हालातों और प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत कार्यों की गहन समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभावितों तक राहत पहुंचाना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में प्रभारी मंत्री देवासी ने जिले में अब तक हुई मानसूनी वर्षा के आंकड़ों, अतिवृष्टि के कारण हुए विभिन्न प्रकार के नुकसान, और आपदा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को दी जाने वाली सहायता की विस्तार से समीक्षा की। जिला प्रभारी मंत्री ने सभी विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राहत का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचे।
प्रभारी मंत्री देवासी ने बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए सरकारी भवनों, विशेषकर स्कूलों, अस्पतालों, सडकों, पुलियाओं और आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत के प्रस्तावों पर भी चर्चा की। उन्होंने एसडीआरएफ के नियमों के तहत विभिन्न विभागों से प्राप्त मरम्मत प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन भवनों की मरम्मत का कार्य शीघ्रता से सुनिश्चित किया जाएं, ताकि आमजन से जुड़ी आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।
किसानों की पीड़ा को समझते हुए, प्रभारी मंत्री ने बैठक का मुख्य फोकस फसल खराबे पर रखा। उन्होंने कृषि विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार खराब हुई फसलों की गिरदावरी का कार्य अविलंब पूरा करवाया जाएं। उन्होंने कहा, किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इस आपदा की घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। यह सुनिश्चित करें कि गिरदावरी पूरी पारदर्शिता के साथ और समय पर हों, ताकि किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा और फसल बीमा का लाभ दिलाया जा सके।