जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार 20 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश से उत्पन्न हालातों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा करते हुए प्रशासनिक लापरवाही के प्रति अपना सख्त रुख स्पष्ट किया। मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने साफ संदेश दिया कि जनहित से जुड़े कार्यों में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा के दौरान भीलवाड़ा के माण्डल, सवाईमाधोपुर और जालोर जिले के बागौड़ा क्षेत्र से मिले फीडबैक पर असंतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से तीन आरएएस अधिकारियों – छोटू लाल शर्मा (उपखंड अधिकारी, माण्डल), अनुप सिंह (उपखंड अधिकारी, सवाईमाधोपुर), हीर सिंह चारण (उपखंड अधिकारी, बागौड़ा) तथा बागौड़ा के तहसीलदार मोहन लाल को एपीओ करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शर्मा का यह निर्णय स्पष्ट संकेत है कि प्रशासनिक पद पर रहते हुए जो अधिकारी जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरते, उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। उनका मानना है कि जब आमजन संकट में हो, तब प्रशासन की सक्रियता और संवेदनशीलता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
भजनलाल सरकार की कार्यशैली में जवाबदेही और कार्यकुशलता को प्राथमिकता दी जा रही है। यह कार्रवाई न केवल लापरवाह अधिकारियों के लिए चेतावनी है, बल्कि उन अधिकारियों के लिए प्रोत्साहन भी है जो ईमानदारी और समर्पण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
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