जयपुर। राजस्थान में हाल ही में झालावाड़ और जैसलमेर से स्कूल में हुए हादसे की खबर सामने आई थी। जर्जर स्कूल और शासन-प्रशासन की लापरवाही से दोनों घटनाओं में आधा दर्जन से अधिक बच्चों को जान गंवानी पड़ी। वहीं राजस्थान में जर्जर स्कूलों के आंकड़े भी सामने आने लगे। जिसमें एक आंकड़ा सामने आया कि प्रदेश में 900 ऐसे स्कूल जर्जर हालत में हैं और वहां कभी कोई भी हादसा हो सकता है। दूसरी ओर भजनलाल सरकार ने स्कूल की मरम्मत के लिए 169 करोड़ रुपये का आवंटन कर दिया है, साथ ही जर्जर स्कूल को सख्ती से ठीक करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने चेतावनी भी दी है कि अगर कोई डेटा छिपाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और टोंक विधायक सचिन वायलट ने सीएम और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। पायलट ने टोंक विधानसभा क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों की जर्जर हालत पर चिंता जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को पत्र लिखा है।
सचिन पायलट ने की यह मांग
सचिन पायलट ने पत्र में इन विद्यालयों की शीघ्र मरम्मत और नवीन भवनों के निर्माण की मांग की है। पायलट ने कहा कि टोंक विधानसभा क्षेत्र के कई माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल वर्षों से जर्जर और जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं जिनमें बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा दोनों प्रभावित हो रही है। उन्होंने पत्र में आग्रह किया है कि जिन स्कूलों को जर्जर घोषित किया जा चुका है। उनके लिए नवीन भवनों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए।
जबकि अन्य विद्यालयों में मेजर और माइनर रिपेयरिंग जैसे कार्यों को तत्काल प्रभाव से शुरू किया जाए। सचिन पायलट ने कहा कि शिक्षा का अधिकार तभी सार्थक होगा जब विद्यालयों की बुनियादी संरचना सुरक्षित और सुदृढ़ हो। उन्होंने राज्य सरकार से टोंक क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने की अपील की है।
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