जयपुर: राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गुरुवार को जयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, अजमेर और उदयपुर सहित कई जिलों में 5 इंच तक बारिश दर्ज की गई, जिससे नदियां और नाले उफान पर आ गए। मौसम विभाग ने आज भी 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
अजमेर में तालाब की पाल टूटी, एक हजार घर जलमग्न:
अजमेर में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। गुरुवार देर रात करीब सवा 11 बजे बोराज तालाब की पाल टूटने से उसका पानी आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों में घुस गया। अचानक आई बाढ़ से करीब एक हजार घरों में पानी भर गया। लोगों को जान बचाने के लिए छतों पर शरण लेनी पड़ी। तेज बहाव के कारण कई मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
बांसवाड़ा में माही बांध के 16 गेट खोले:
बांसवाड़ा जिले में भारी बारिश के बाद माही बजाज सागर बांध के सभी 16 गेट पहली बार खोलने पड़े। इससे आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं, दौसा में 15 साल से सूखी पड़ी बाणगंगा नदी में पानी आने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है, उन्होंने पारंपरिक तरीके से नदी का स्वागत किया।
जयपुर में धंसी सड़क, एक बच्ची की मौत:
जयपुर के एमआई रोड पर गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे के पास बारिश के बाद सड़क धंसने से एक बड़ा गड्ढा बन गया। प्रशासन ने तुरंत बैरिकेडिंग लगाकर रास्ता बंद कर दिया। उधर, टोंक जिले में एक मकान का छज्जा गिरने से 5 साल की एक बच्ची की मौत हो गई।
आज भी भारी बारिश का अनुमान:
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर ने आज के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 24 अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले तीन दिनों तक मानसून ट्रफ के सक्रिय रहने से प्रदेश में और भी बारिश होने की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव:
बारिश के कारण प्रदेश के तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर और प्रतापगढ़ में तापमान 26 डिग्री के आसपास रहा, जबकि बाड़मेर में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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